मध्य प्रदेश: EVM की पुख्ता सुरक्षा सुनिश्चित करने के चुनाव आयोग के निर्देश

 चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) को विधानसभा चुनाव में मतदान के बाद स्ट्रांग रूम में जमा ईवीएम के पुख्ता सुरक्षा इंतजाम सुनिश्चित करते हुये सख्त निगरानी करने के निर्देश दिए हैं. 

राज्य में गत 28 नवंबर को मतदान के बाद ईवीएम की सुरक्षा में गड़बड़ियों की कांग्रेस की शिकायत के जवाब में आयोग ने ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की आशंकाओं को निराधार बताते हुए कहा कि सीईओ को स्ट्रांग रूम की सख्त निगरानी सुनिश्चित करने को कहा गया है. 

कांग्रेस ने उठाए थे ईवीएम की सुरक्षा को लेकर सवाल 
कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने एक दिसंबर को आयोग के समक्ष ईवीएम के सुरक्षा इंतजामों पर सवाल उठाये थे. तन्खा ने राज्य के सागर जिले में मतदान के दो दिन बाद ईवीएम मशीनें स्ट्रॉग रूम में जमा कराने की शिकायत की थी. 

आयोग ने मंगलवार को इस मामले में राज्य निर्वाचन कार्यालय की जांच के आधार पर तन्खा को भेजे जवाब में स्वीकार किया कि सागर के जिला कोषागार में तीस नवंबर को स्थानीय नगर निकाय के चार वाहनों (जिनमें से एक वाहन बिना नंबर प्लेट का था) से 118 मशीनें (50 बैलिट यूनिट, 26 कंट्रोल यूनिट और 42 वीवीपीएटी) जमा कराई गई थीं. चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि इसकी शिकायत करने वाले खुरई विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस उम्मीदवार और अन्य प्रतिनिधियों की मौजूदगी में इन मशीनों का परीक्षण किया गया. 

जांच में पाया गया कि ये अतिरिक्त संख्या में रखी जाने वाली मशीनें थी. इनका मतदान में इस्तेमाल नहीं किया गया था. 

आयोग ने बताया कि इन मशीनों को देर से कोषागार में जमा कराने के लिये संबद्ध अधिकारी को एक दिसंबर को निलंबित कर दिया गया. साथ ही राज्य के सीईओ को सभी जिलों में बनाये गये स्ट्रॉंग रूम के पुख्ता सुरक्षा इंतजाम करते हुये निरंतर सख्त निगरानी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.

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