8 साल बाद फिर दिखेगा सबसे बड़ा घमासान, हॉकी को ‘दिल’ देगा इंडिया

नई दिल्ली. हॉकी को फिर दिल देने को हो जाइए तैयार क्योंकि 8 साल बाद एक बार फिर से इस खेल का महाकुंभ भारत में लगने वाला है. भारत में इस साल 28 नवंबर से 16 दिसंबर के बीच हॉकी वर्ल्ड कप का आयोजन होने वाला है. साल 2010 के बाद ये दूसरा मौका होगा जब भारत में वर्ल्ड कप हॉकी का आयोजन होगा.

ग्रुप-C में भारत

टूर्नामेंट में भारत को ग्रुप सी में जगह मिली है. इसी ग्रुप में रियो ओलंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट टीम बेल्जियम भी शामिल है. बेशक ये भारत की चुनौती को थोड़ा मुश्किल बनाता है लेकिन जब सरजमीं अपनी हो तो हर मुश्किल आसान भी हो जाती है.

साउथ अफ्रीका से पहला घमासान

वर्ल्ड कप हॉकी टूर्नामेंट के ओपनिंग मैच में भारत की टक्कर अफ्रीकन कॉन्टिनेन्टल चैम्पियन साउथ अफ्रीका से होगा. ये मुकाबला 28 नवंबर को खेला जाएगा. इसके बाद भारत का दूसरा मैच 2 दिसंबर को ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट बेल्जियम के साथ होगा. जबकि 8 दिसंबर को भारतीय हॉकी टीम अपना आखिरी लीग मैच 8 दिसंबर को कनाडा से खेलेगी.

यहां खेले और देखे जाएंगे मैच

हॉकी वर्ल्ड कप के सारे मैच भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में खेले जाएंगे. पहला मैच शाम पांच बजे और दूसरा मैच सात बजे खेला जाएगा. इस स्टेडियम की अभी मरम्मत जारी है, जो टूर्नामेंट के आयोजन से पहले पूरी हो जाएगी. इस स्टेडियम में एक समय पर कुल 16,000 दर्शक बैठ सकेंगे.

4 पूल, 16 टीम

वर्ल्ड कप हॉकी में 16 टीमों को 4 पूल में बांटा गया है. पूल-ए में अर्जेटीना, न्यूजीलैंड, स्पेन और फ्रांस को शामिल किया गया है. पूल-बी में आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, आयरलैंड और चीन हैं. पूल सी में भारत के अलावा बेल्जियम, साुथ अफ्रीका और कनाडा है तो वहीं पूल डी में नीदरलैंड्स, जर्मनी, मलेशिया और पाकिस्तान की टीम है.

हर पूल में टॉप स्थान हासिल करने वाली टीम की क्वार्टर फाइनल में एंट्री होगी . हालांकि, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम क्रॉस-ओवर मैच खेलेंगी. वर्ल्ड कप हॉकी का सेमीफाइनल 15 नवंबर को खेला जाएगा जबकि फाइनल मैच 16 दिसम्बर को खेला जाएगा.

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