पीएनबी घोटालाः मेहुल चोकसी के 15 फ्लैट सहित 1217 करोड़ की संपत्तियां जब्त

नई दिल्लीः जांच एजेंसियों ने पीएनबी घोटाले के आरोपी और गीतांजलि जेम्स के प्रोमोटर मेहुल चोकसी के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चोकसी की करीब 1217.20 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है. इसमें मुंबई के पॉश इलाके में स्थित उसके 15 फ्लैट और 17 ऑफिस शामिल हैं. इसके अलावा आंध्र प्रदेश में मेसर्स हैदराबाद जेम्स एसईजेड, कोलकाता में एक शॉपिंग मॉल और महाराष्ट्र व तमिलनाडु में एक फार्म हाउस और 231 एकड़ जमीन को भी जब्त किया गया है.

इससे पहले इस घोटाले में सीबीआई ने बुधवार को बैंक के चीफ ऑडिटर एमके शर्मा को गिरफ्तार कर लिया था. शर्मा पीएनबी शाखा में ऑडिटिंग के लिए कथित तौर पर जिम्मेदार है. इस मामले में अब तक कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. इस बीच नीरव मोदी ने सीबीआई जांच में सहयोग से इनकार कर दिया है. सीबीआई ने मोदी को दो अरब डॉलर के कथित घोटाले में उसके समक्ष पेश होने को कहा था. नीरव मोदी ने अपनी कामकाजी व्यस्तता का हवाला देने हुए सीबीआई के समक्ष पेश होने में असमर्थता जताई है. इसके बाद एजेंसी ने मोदी को अधिक कड़ा पत्र जारी कर अगले सप्ताह उसके समक्ष पेश होने को कहा है.

100 करोड़ की संपत्ति पर मिले थे 5 हजार करोड़ से अधिक के लोन

गीतांजलि जेम्स के प्रमोटर मेहुल चौकसी के खिलाफ शुरू हुई जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. जांच में पाया गया है कि मेहुल चौकसी ने नवंबर 2010 से अप्रैल 2014 के बीच 31 बैंकों से 5,280 करोड़ रुपए बतौर लोन प्राप्त कर लिए, जबकि इस लोन की एवज में उसने बैंकों के पास सिर्फ 100 करोड़ रुपए की संपत्ति जमानत के तौर पर रखी. मामले से जुड़े सूत्रों के मुताबिक इलाहाबाद बैंक की पूर्ण स्वामित्व वाली ऑल बैंक फाइनेंस लिमिटेड इस मामले में प्रतिभूतियों की संरक्षक है. जांच एजेंसियों ने इलाहाबाद बैंक और ऑल बैंक फाइनेंस लिमिटेड के अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है. बैंकों से मेहुल चौकसी की फर्म को दिए गए लोन के बारे में जानकारी और लोन के लिए अपर्याप्त प्रमाण के कारणों पर भी सफाई मांगी गई है

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