डीजीपी ओपी सिंह ने कहा प्रदेश की कानून व्यवस्था कुछ समय से बेहतर, अब होगी और भी बेहतर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने आज डालीबाग में डीजीपी मुख्यालय में अपना कार्यभार संभाल लिया। इसके बाद वह मीडिया से रूबरु हुए। नए डीजीपी ओमप्रकाश सिंह 70 के दशक में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं। उन्होंने सर सुंदर लाल छात्रावास में रहकर बीए की पढ़ाई की है।लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने आज डालीबाग में डीजीपी मुख्यालय में अपना कार्यभार संभाल लिया। इसके बाद वह मीडिया से रूबरु हुए। नए डीजीपी ओमप्रकाश सिंह 70 के दशक में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं। उन्होंने सर सुंदर लाल छात्रावास में रहकर बीए की पढ़ाई की है।  डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि प्रदेश की हर महिला, बच्चे तथा आमजन को सुरक्षा देना मेरा पहला काम है। डीजीपी ओपी सिंह ने चार्ज लेने के बाद प्रदेश की कानून व्यवस्था को और बेहतर बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि हम जनता में सुरक्षा की भावना और मजबूती से पैदा करेंगे। बदमाश गोली चलाएंगे तो पुलिस देगी मुंहतोड़ जवाब। पुलिस कमिश्नर प्रणाली को लागू कराने की सिफारिश करेंगे।उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि हमारे सभी आफीसर्स काफी अच्छा काम करेंगे। हमारे पास बहुत अच्छी टीम है। ओपी सिंह ने माना प्रदेश की कानून-व्यवस्था को पटरी पर लाना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए बहुत गर्व की बात है कि मैं एक बहुत ही अच्छे पुलिस बल का मुखिया बनाया गया हूं। जिसका अपना एक इतिहास रहा है। डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि अपराधी सामने आएंगे और गोली चलाएंगे तो पुलिस उनसे निपटेगी। कुछ समय से यूपी में कानून व्यवस्था बेहतर लखनऊ में हो रही ताबड़तोड़ डकैती पर बोलते हुए कहा कि समाज में अपराध होते रहते है। उन्होंने कहा कि हमारे सामने बहुत चुनौतियां है। इन चुनौती का सामना करने के लिए हमारे पास हैं अच्छे ऑफिसर मौजूद है। डीजीपी ने कहा कि महिलाओं, कमज़ोर वर्ग के लोगों को सुरक्षा देना उनकी पहली प्राथमिकता में शामिल में रहेगा। उन्होंने दावा किया कि पिछले कुछ समय से यूपी में अच्छी कानून व्यवस्था बेहतर हुई है। डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि अपराधी सामने आएंगे, गोली चलाएंगे तो पुलिस उनसे निपटेगी। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता अपराधी को गिरफ्तार करना है। हम चाहेंगें पुलिस कमिश्नरी व्यवस्था लागू हो। उन्होंने पद्मावत के विरोध पर कहा कि सही समय पर सही कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से यूपी में कानून व्यवस्था अच्छी हुई है। पुलिस की सर्विस, रिस्पांस टाईम को हम सुधारेंगे। सीआईएसएफ में डीजी रहे ओपी सिंह को 31 दिसंबर को उत्तर प्रदेश का डीजीपी नियुक्त किया गया था। प्रदेश के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह का कार्यकाल 30 दिसंबर को समाप्त हो गया था। ओपी सिंह ने बताया कि मुझे अपने ही कॉडर के पुलिस मुखिया बनने पर बेहद प्रसन्नता है। मुझे गर्व है कि मैं उत्तर प्रदेश का पुलिस महानिदेशक बना। उन्होंने कहा कि देश की सबसे बड़ी फोर्स के सामने कई बड़े टास्क हैं। मेरा पहला प्रयास सर्विस डिलेवरी तेज करना है। भरोसा है कि उत्तर प्रदेश पुलिस के रुख में भी अब पेशेवर रुख आएगा। पिछले कुछ समय से प्रदेश में कानून-व्यवस्था को तेजी से सुधारने का काम चल रहा है। मेरा प्रयास इसको गति देने का होगा। इसके साथ ही विवेचना में गुणवक्ता लाना और सड़क सुरक्षा व ट्रैफिक यहां पर महत्वपूर्ण मुद्दा है। हम इन सभी पी बेहतर कार्ययोजना के साथ काम करेंगे। हम पूरी भावना से काम करेंगे। हमारे पास काफी अच्छे पुलिस ऑफिसर्स हैं। टीम भावना के साथ काम समय से तथा काफी अच्छे ढंग से होगा। हमको प्रदेश की जनता का भरोसा जीतना होगा।  इलाहाबाद विश्वविद्यालयके छात्र रहे ओपी  नए डीजीपी के रूप में मंगलवार को कार्यभार ग्रहण करने वाले ओमप्रकाश सिंह 70 के दशक में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं। उन्होंने सर सुंदर लाल छात्रावास में रहकर बीए की पढ़ाई की है। स्नातक के बाद वे सिविल सेवा की तैयारी के लिए दिल्ली चले गए। वहीं उनका चयन आइपीएस अधिकारी के रूप में हुआ। इलाहाबाद में उन्होंने 1989 में एसपी सिटी के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं। 

 डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि प्रदेश की हर महिला, बच्चे तथा आमजन को सुरक्षा देना मेरा पहला काम है। डीजीपी ओपी सिंह ने चार्ज लेने के बाद प्रदेश की कानून व्यवस्था को और बेहतर बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि हम जनता में सुरक्षा की भावना और मजबूती से पैदा करेंगे। बदमाश गोली चलाएंगे तो पुलिस देगी मुंहतोड़ जवाब।

पुलिस कमिश्नर प्रणाली को लागू कराने की सिफारिश करेंगे।उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि हमारे सभी आफीसर्स काफी अच्छा काम करेंगे। हमारे पास बहुत अच्छी टीम है। ओपी सिंह ने माना प्रदेश की कानून-व्यवस्था को पटरी पर लाना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए बहुत गर्व की बात है कि मैं एक बहुत ही अच्छे पुलिस बल का मुखिया बनाया गया हूं। जिसका अपना एक इतिहास रहा है। डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि अपराधी सामने आएंगे और गोली चलाएंगे तो पुलिस उनसे निपटेगी।

कुछ समय से यूपी में कानून व्यवस्था बेहतर

लखनऊ में हो रही ताबड़तोड़ डकैती पर बोलते हुए कहा कि समाज में अपराध होते रहते है। उन्होंने कहा कि हमारे सामने बहुत चुनौतियां है। इन चुनौती का सामना करने के लिए हमारे पास हैं अच्छे ऑफिसर मौजूद है। डीजीपी ने कहा कि महिलाओं, कमज़ोर वर्ग के लोगों को सुरक्षा देना उनकी पहली प्राथमिकता में शामिल में रहेगा।

उन्होंने दावा किया कि पिछले कुछ समय से यूपी में अच्छी कानून व्यवस्था बेहतर हुई है। डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि अपराधी सामने आएंगे, गोली चलाएंगे तो पुलिस उनसे निपटेगी। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता अपराधी को गिरफ्तार करना है। हम चाहेंगें पुलिस कमिश्नरी व्यवस्था लागू हो। उन्होंने पद्मावत के विरोध पर कहा कि सही समय पर सही कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से यूपी में कानून व्यवस्था अच्छी हुई है। पुलिस की सर्विस, रिस्पांस टाईम को हम सुधारेंगे।

सीआईएसएफ में डीजी रहे ओपी सिंह को 31 दिसंबर को उत्तर प्रदेश का डीजीपी नियुक्त किया गया था। प्रदेश के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह का कार्यकाल 30 दिसंबर को समाप्त हो गया था। ओपी सिंह ने बताया कि मुझे अपने ही कॉडर के पुलिस मुखिया बनने पर बेहद प्रसन्नता है। मुझे गर्व है कि मैं उत्तर प्रदेश का पुलिस महानिदेशक बना। उन्होंने कहा कि देश की सबसे बड़ी फोर्स के सामने कई बड़े टास्क हैं। मेरा पहला प्रयास सर्विस डिलेवरी तेज करना है।

भरोसा है कि उत्तर प्रदेश पुलिस के रुख में भी अब पेशेवर रुख आएगा। पिछले कुछ समय से प्रदेश में कानून-व्यवस्था को तेजी से सुधारने का काम चल रहा है। मेरा प्रयास इसको गति देने का होगा। इसके साथ ही विवेचना में गुणवक्ता लाना और सड़क सुरक्षा व ट्रैफिक यहां पर महत्वपूर्ण मुद्दा है। हम इन सभी पी बेहतर कार्ययोजना के साथ काम करेंगे। हम पूरी भावना से काम करेंगे। हमारे पास काफी अच्छे पुलिस ऑफिसर्स हैं। टीम भावना के साथ काम समय से तथा काफी अच्छे ढंग से होगा। हमको प्रदेश की जनता का भरोसा जीतना होगा। 

इलाहाबाद विश्वविद्यालयके छात्र रहे ओपी 

नए डीजीपी के रूप में मंगलवार को कार्यभार ग्रहण करने वाले ओमप्रकाश सिंह 70 के दशक में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं। उन्होंने सर सुंदर लाल छात्रावास में रहकर बीए की पढ़ाई की है। स्नातक के बाद वे सिविल सेवा की तैयारी के लिए दिल्ली चले गए। वहीं उनका चयन आइपीएस अधिकारी के रूप में हुआ। इलाहाबाद में उन्होंने 1989 में एसपी सिटी के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं। 

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