परिवार ने किया जिन्दा बेटी का अंतिम संस्कार, वजह जानकर रूह काँप जाएगी

आज तक आपने मरे हुए लोगों के अंतिम संस्कार के बारे में तो सुना होगा लेकिन क्या कभी आपने किसी जिन्दा आदमी के अंतिम संस्कार को देखा है या उसके बारे में सुना है. नहीं ना…. लेकिन हम आपको आज एक ऐसे ही मामले के बारे में बता रहे हैं. रिपोर्ट्स की माने तो एक परिवार ने अपनी जिंदा बेटी का ‘अंतिम संस्कार’ इसलिए कर दिया क्योंकि बेटी ने उनकी मर्जी के खिलाफ कथित नीची जाति के लड़के के साथ शादी की थी. 

जी हाँ… ये घटना इसी रविवार की है और हैरानी वाली बात तो ये है कि लड़की के ‘अंतिम संस्कार’ में परिवार के अलावा रिश्तेदार और गांव के लोग भी शामिल हुए. सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि अंतिम संस्कार के बाद तो परिवार ने मृत्यु भोज भी दिया था. ये मामला झाबुआ के बोरी गांव का है जहां पर कुसु, नाम की लड़की 27 अक्टूबर को लापता हो गई थी. फिर इसके बाद परिवार ने पुलिस में बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जब पुलिस ने उसके कॉलेज के दोस्तों से पूछताछ की तो पता चला कि उसने अलीराजपुर जिले के रहने वाले नानू डांगी के साथ प्रेम विवाह कर लिया.

इसके बाद कोर्ट में कुसुम ने अपनी शादी करने की बात कबूल की और कहा कि वह अपने प्रेमी नानू डांगी के साथ ही रहेगी. बालिग होने के नाते कोर्ट ने कुसुम को नानू के साथ भेज दिया. लेकिन कुसुम के परिवार ने उसके कथित नीची जाति के लड़के से शादी करने को स्वीकार नहीं किया. फिर लड़की की शादी से गुस्साए परिवार ने अपने रिश्तेदारों और गांव में कुसुम के मरने की सूचना दी. इसके बाद उन्होंने गुस्से-गुस्से में एक चिता बनाई जिसपर कुसुम की तस्वीर रखी गई. इस चिटा पर कुसुम की कपड़े, किताबें और बाकी सामान भी रखकर बांध दिया गया फिर उसके घरवालें चिता पर रोए और उसकी चिता को कंधे पर उठाकर गांव में घुमाया गया. इतना ही नहीं इसके बाद तो कुसुम की चिता को श्मशान में ले जाकर आग के हवाले कर दिया गया.

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