सीतापुर: बीती 19 जनवरी को हुए गोलीकांड मामले में आया एक नया मोड़

सीतापुर शहर कोतवाली क्षेत्र के तरीनपुर मोहल्ले में बीती 19 जनवरी को हुए गोलीकांड मामले में एक नया मोड़ आ गया। मामले के दो नामजद आरोपियों नितिन सिंह व इम्तियाज उर्फ बुग्गी ने आज खुद पुलिस के सामने पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस सभी नामजद आरोपियों के घर लगातार दबिशें दे रही थी। मामले में नितिन व बुग्गी सहित 6 लोगों को नामजद किया गया था। आपको बता दे कि बीती 19 फरवरी को पुरानी रंजिश के चलते रात करीब साढ़े दस बजे दो पक्षों में विवाद हो गया था। विवाद के दौरान दोनों पक्षों के बीच फायरिंग हुई। जिसमें दूसरे पक्ष के दबंग युवक रानू सिंह को गोली लगी थी।

रानू को इलाज के लिए लखनऊ रेफर किया गया था। जिनको उपचार के बाद छुट्टी दे दी गयी। रानू क्षेत्र का काफी दबंग युवक है। जो कि कुछ दिन पूर्व ही हत्या के एक मामले में पैरोल पर जेल से छूट कर आया है। जो अपनी दबंगई के चलते नितिन व बुग्गी पर आये दिन किसी न किसी मामले में दबाव बनाया करता था। मना करने पर रानू सिंह ने अपने साथी छोटे सिंह के साथ मिलकर घेराबन्दी कर नितिन व बुग्गी पर जनलेवा हमला करते हुए फायर कर दिया। फायर होने से दोनों जान बचाते हुए गली से भाग निकले। नितिन के अनुसार गोली किसने चलाई उन्हें नही पता। हमले में चली गोलियों में रानू को ही गोली लग गयी।

जिसके बाद रानू ने अपनी रंजिश मानते हुए इम्तियाज उर्फ बुग्गी, नितिन सिंह व उसके चाचा राजेश सिंह, दो भाइयों वीरू सिंह व विक्कू सिंह सहित 6 लोगों को नामजद कर दिया। जो कि सरासर गलत है। नितिन सिंह के अनुसार उसके चाचा राजेश सिंह कैंसर से पीड़ित है। जिनका इलाज चल रहा है। साथ ही दोनो भाई अपने अपने काम मे व्यस्त थे। उनका इस मामले से कोई लेनादेना नही है। फिर भी सभी को रंजिशन फंसाने की कोशिश की गई है। इस मामले में रानू सिंह की भूमिका इसलिए संदिग्ध है क्योंकि पूरे मामले में रानू सिंह लगातार बयान बदल रहा है। जिस दिन रानू सिंह को गोली लगी उसने पुलिस के सामने 5 अन्य लोगों के नाम दर्ज कराए। तहरीर में 6 अन्य लोगों के नाम लिखाये। जिसको लेकर साफ जाहिर है कि रानू सिंह रंजिशन पूरे मामले को अंजाम देना चाहता था।

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