CG : काउंसिलिंग के दौरान गर्भवती पत्नी के पेट में लात मारी

कलेक्टोरेट में स्थित संरक्षण अधिकारी के कार्यालय में काउंसिलिंग के लिए बुलाए गए एक व्यक्ति ने अपने भाई के साथ मिलकर गर्भवती पत्नी के साथ ही सास और साले की पिटाई कर दी। युवक के रुख से अधिकारी-कर्मचारी हतप्रभ रह गए। अगर बीचबचाव नहीं किया गया होता, तो लगभग सवा साल की मासूम बच्ची के साथ गंभीर स्थिति बन सकती थी। घटना से कोतवाली पुलिस को संरक्षण अधिकारी के साथ पहुंची महिला ने अवगत कराया है। पुलिस ने महिला सहित उसकी मां और भाई का डॉक्टरी मुलाहिजा कराया है।

गोधनपुर निवासी सुशीला सिन्हा 30 वर्ष का विवाह जोड़ापीपल अंबिकापुर में लगभग तीन वर्ष पूर्व हुआ है, इनकी एक बच्ची है। इनके बीच पारिवारिक अनबन और दहेज की मांग का मामला विचाराधीन है। बुधवार की दोपहर सुशीला अपने परिवार के सदस्यों के साथ कलेक्टोरेट में स्थित संरक्षण अधिकारी सुलेखा कश्यप के कार्यालय में गई थी।

दोनों के पारिवारिक संबंध की कड़ुवाहट खत्म हो, इसके लिए काउंसिलिंग की जानी थी। इसके लिए महिला के पति एचएस सिन्हा को भी बुलाया गया था, जो अपने भाई के साथ संरक्षण अधिकारी के कार्यालय पहुंचा। दोपहर लगभग 1.30 बजे संरक्षण अधिकारी की मौजूदगी में दोनों भाई सुशीला पर टूट पड़े, बीचबचाव कर रहे मां और भाई संदीप श्रीवास्तव को भी उन्होंने नहीं बख्सा।

तीन माह की गर्भवती महिला के पेट में किए गए हाथ-लात के प्रहार से वह बेहोश हो गई थी। इसकी जानकारी परिवार के अन्य सदस्यों को मिलने पर वे कार्यालय पहुंचे और दर्द से कराहती महिला को कोतवाली थाना लेकर आए। महिला की पीड़ा को देखकर इनसे संक्षिप्त जानकारी लेकर पुलिस एमएलसी के लिए इन्हें मेडिकल कॉलेज अस्पताल रवाना की।

मारपीट करने वाले पति और उसके भाई की तलाश में पुलिस घर तक गई लेकिन वहां कोई नहीं मिला। संरक्षण अधिकारी ने पुलिस को बताया कि उनकी मौजूदगी में काउंसिलिंग के लिए पहुंचे पति व देवर द्वारा की गई हरकत अक्षम्य है।

शासकीय कार्यालय में पहुंचकर गर्भवती महिला को जिस प्रकार पटककर हाथ-लात से कुचला गया, उससे गर्भस्थ बच्चे को भी क्षति पहुंच सकती थी। मासूम बच्ची तक टेबल के नीचे पैर से दब रही थी, इससे भी उसे कोई लेना-देना नहीं था।

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