दिल्ली में घुसने की तैयारी में जैश-ए-मोहम्मद के छह आतंकी, खुफिया एजेंसियों ने किया अलर्ट

 पंजाब में जैश-ए-मोहम्मद के छह आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। खुफिया एजेंसियों ने पंजाब सरकार व पंजाब पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखकर यह जानकारी दी है। इसके बाद हड़कंप मचा हुआ है। सूचना के मुताबिक ये आतंकी दिल्ली में घुसने की तैयारी में हैं। अभी यह पंजाब में ही छिपे हुए हैं। ये आतंकी दिल्ली में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में हैं। अगर वे दिल्ली घुसने में विफल होते हैं तो पंजाब में ही किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। बताया जा रहा है कि उनके निशाने पर आरएसएस की शाखाएं भी हैं।

पंजाब के पठानकोट के माधोपुर से चार संदिग्धों के द्वारा लूटी गई कार को भी इसी आतंकी हमले की साजिश से जोड़कर देखा जा रहा है। जम्मू की सीमा से सटे माधोपुर बैरियर के पास मंगलवार रात करीब साढ़े 11 बजे चार संदिग्धों ने जम्मू से किराये पर ली इनोवा कार लूट ली थी। वारदात के बाद से फरार चारों संदिग्धों का अभी तक सुराग नहीं लग पाया है। हालांकि पुलिस अभी भी इस घटना को आतंकी घुसपैठ की आशंका कम मान रही है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों के हाथ-पांव फूले हुए हैं। पौने तीन साल पहले पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर हमले से एक दिन पहले भी आतंकियों ने इसी तरह इनोवा लूटी थी और एयरफोर्स स्टेशन तक पहुंच गए थे।

ड्राइवर राज कुमार के मुताबिक एक संदिग्ध ने अपना नाम मेजर सरबजीत सिंह बताया। उसने ही अपने नाम पर पठानकोट कैंट रेलवे स्टेशन के लिए इनोवा बुक करवाई। संदिग्धों के पास तीन बैग थे। दो बैग गाड़ी की डिग्गी में रखे, जबकि तीसरा छोटा बैग उन्होंने अपनी गोद में रखा था। माधोपुर टैक्स बैरियर के आगे आकर एक संदिग्ध ने उलटी आने की बात कहकर गाड़ी रुकवाई।

गाड़ी रुकते ही सभी नीचे उतरे और उसे खींचकर बाहर निकाल लिया। इसके बाद उन्होंने चाबी छीनकर उसे गोली मारकर नहर में फेंकने की धमकी दी और गाड़ी लेकर फरार हो गए। हालांकि संदिग्धों के पास उसने कोई हथियार नहीं देखा। संदिग्धों ने ड्राइवर के दोनों मोबाइल भी छीन लिए। राज कुमार ने वहां से भागकर टोल टैक्स बैरियर पर तैनात गुरदीप सिंह को लूट की बात बताई। गुरदीप सिंह ने हाईवे पुलिस को सूचित किया।

जम्मू-कश्मीर टैक्सी ऑपरेटर यूनियन के उपाध्यक्ष राजविंदर सिंह वारदात के बाद बुधवार सुबह पठानकोट पहुंचे। चार संदिग्धों में से एक ने मंकी कैप पहन रखी थी। ऐसी कैप सेना के अफसर बर्फबारी के दौरान पहनते हैं। बाकी तीन ने सामान्य टोपी लगा रखी थी। लखनपुर बैरियर पर चारों ने सेना का नाम लेकर टोल टैक्स भी नहीं दिया। अगर बैरियर पर उनके पहचान-पत्र जांचे जाते तो उनकी असलीयत सामने आ जाती।

राजविंदर ने बताया कि चारों संदिग्ध गाड़ी में पंजाबी बोल रहे थे, लेकिन उनकी पंजाबी अपने पंजाब के लोगों की भाषा जैसी नहीं थी। वहीं, उक्त घटना के बाद पठानकोट पुलिस ने जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। 32 जगह नाकेबंदी कर वाहनों की तलाशी ली जा रही है। ड्राइवर के दोनों मोबाइल नंबरों को ट्रेस किया जा रहा है।

मोबाइल लोकेशन ट्रेस करने में जुटी पुलिस

पुलिस अधिकारिक रूप से टैक्सी ड्राइवर के दोनों मोबाइल के बारे में नहीं बता रही है। सूत्रों के अनुसार ड्राइवर के एक मोबाइल की लोकेशन पठानकोट के इस्लामपुर गांव के आसपास और दूसरे की लोकेशन जम्मू -कश्मीर की हद में सामने आई है।

गाड़ी लूट का मामला लग रहा है, जांच कर रहे : एसएसपी

एसएसपी पठानकोट विवेकशील का कहना है कि पूरे जिले की पुलिस हाई अलर्ट पर है। गाड़ी की लूट का मामला लग रहा है। पुलिस जांच कर रही है।

ढाई घंटे बाद दिया वारदात को अंजाम

  • 9:00 बजे रात को जम्मू रेलवे स्टेशन से पठानकोट कैंट स्टेशन के लिए चले
  • 10:35 बजे कठुआ (जम्मू कश्मीर) में चारों खाना खाने के लिए रुके
  • 11:10 पर खाना खाने के बाद पठानकोट के लिए फिर चले
  • 11:30 बजे माधोपुर बैरियर के आगे निकलते ही इनोटा गाड़ी लूट ली
  • 12:45 पर ड्राइवर ने टैक्स बैरियर पर तैनात गुरदीप सिंह बताया फिर पुलिस को सूचना दी।
  • 2:45 पर सुजानपुर पुलिस मौके पर पहुंची
  • 4:30 बजे सुबह सुजानपुर थाने में केस किया गया दर्ज

एयरफोर्स स्टेशन पर हमले से पहले भी लूटी थी इनोवा

दो जनवरी 2016 को एयरफोर्स स्टेशन पर आतंकी हमले से पहले 31 दिसंबर 2015 को भी पाकिस्तान से सटे बमियाल क्षेत्र से इनोवा गाड़ी लूटी गई थी। आतंकियों ने बाद में एसपी रैंक अधिकारी की गाड़ी लूट कर एयरफोर्स स्टेशन तक का सफर किया था। साल 2017 में जम्मू- कश्मीर के राजबाग से स्कॉर्पियो गाड़ी लूटी गई थी। बाद में वह गाड़ी बमियाल क्षेत्र में मिली थी।

2015 में 28 बार दिखे थे संदिग्ध 

पठानकोट में आतंकी हमले के बाद लगभग 28 बार संदिग्ध दिखने की घटनाएं सामने आई हैं। 2016 में संदिग्ध दिखने की घटनाएं 13 बार सामने आईं। 2017 में सात बार ऐसी घटनाएं हुईं। 2018 में अब तक ऐसे 10 मामले सामने आ चुके हैं।

गुरदासपुर की ओर नहीं गए संदिग्ध

पुलिस ने दीनानगर के पास स्थित टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज की जांच की है। वहां से ऐसी इनोवा गाड़ी नहीं गुजरी है।

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