राजस्‍थान: कौन है मोदी सरकार में सांसद, जिसने कांग्रेस ज्‍वाइन कर BJP को झटका दिया?

राजस्‍थान की चुनावी गहमागहमी में टिकटों को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के भीतर मची घमासान के बीच दौसा से बीजेपी सांसद हरीश मीणा ने पार्टी छोड़ दी है. उन्‍होंने बुधवार को कांग्रेस की सदस्‍यता ग्रहण की. हरीण मीणा के कदम को बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. हरीश मीणा (64) राजनीति में आने से पहले आईपीएस थे. वह 2009-13 के दौरान पुलिस के डीजीपी रहे. राजस्‍थान में अभी तक सर्वाधिक लंबे समय तक पुलिस चीफ रहने का रिकॉर्ड बनाया.

2014 में सर्विस के बाद वह सियासी मैदान में उतरे और बीजेपी ज्‍वाइन की. दौसा से लोकसभा सांसद के रूप में चुने गए. हरीश मीणा के बड़े भाई नमो नारायण मीणा भी कांग्रेस में हैं. 2014 के चुनाव में नमो नारायण को हराकर हरीश ने लोकसभा चुनाव जीता था. इनके एक अन्‍य भाई ओपी मीणा राजस्‍थान में चीफ सेक्रेट्री के पद से रिटायर हुए.

हरीश मीणा के कांग्रेस में जाने से बीजेपी को बड़ा झटका इसलिए माना जा रहा है क्‍योंकि मीणा समुदाय राजस्‍थान में प्रभावी समुदाय है और पूर्वी राजस्‍थान में सबसे ज्‍यादा अहमियत रखता है. मीणा समुदाय के वोटरों का राजनीति और सरकारी सेवाओं में खासा दबदबा है. हरीश मीणा ने कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेताओं अशोक गहलोत और सचिन पायलट की उपस्थिति में पार्टी हेडक्‍वार्टर में पार्टी की सदस्‍यता ग्रहण की. इस दौरान बीजेपी के नागौर से विधायक हबीबुर रहमान अशरफी लांबा ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया.

वहीं प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने बुधवार को ऐलान किया कि वह और सचिन पायलट विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और उनके बीच कोई मतभेद नहीं है. बता दें कि AICC की प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अशोक गहलोत ने मीडिया को संबोधित करते हुए यह बयान दिया है. वहीं सचिन पायलट ने भी मीडिया को संबोधित करते हुए खुद के चुनाव लड़ने की बात कही. 

वहीं, अशोक गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए यह बयान दिया कि बीजेपी सरकार जनता की भावनाओं के साथ खेलती है. राम मंदिर और देश भक्ति के नाम पर भी बीजेपी देश को भड़का रही है. उन्होंने बीजेपी को सांप्रदायिक विचारधारा वाले लोग भी बताया. वहीं अमित शाह पर तंज करते हुए गहलोत ने कहा कि, अमित शाह 180 सीटों की बात कर रहे हैं, राम मंदिर के नाम पर जनता को बहकाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन जनता उनके झांसे में नहीं आएगी क्योंकि जनता अब समझदार हो गई है. 

गहलोत ने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में आने वाले नेताओं को कहा कि बीजेपी की रीति नीति में विश्वास नहीं रखने वालों का कांग्रेस में स्वागत है. हमें खुशी है कि अन्य पार्टी के नेताओं के कांग्रेस में जुड़ने वाले नेताओं की लिस्ट लंबी है. हालांकि अशोक गहलोत ने अभी भी यह राज नहीं खोला कि वह किस सीट से चुनाव लड़ेंगे. 

अब तक जारी नहीं की गई प्रत्याशियों की लिस्ट
बता दें कि पिछले तीन दिनों से उम्मीदवारों की लिस्ट को लेकर दिल्ली में कांग्रेस की बैठकों का दौर लगातार जारी है. हालांकि, सोमवार को यह बयान आया था कि मंगलवार तक लिस्ट जारी कर दी जाएगी लेकिन ऐसी खबरें आईं कि सचिन पायलट और रामेश्वर डूडी में नोंक-झोंक के कारण कांग्रेस लिस्ट जारी नहीं कर पाई. हालांकि, कांग्रेस का कहना है कि उम्मीदवारों को लेकर नेताओं के बीच कोई विरोध नहीं है. पार्टी जल्द ही उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर देगी.

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