अमेरिका में लगातार दूसरे साल विदेशी छात्रों की संख्या घटी

 अमेरिका में पढ़ाई के लिए आने वाले विदेशी छात्रों की संख्या में लगातार दूसरे साल गिरावट दर्ज की गई है। अमेरिका के विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2017-18 में पिछले सत्र की तुलना में 6.6 प्रतिशत कम छात्रों ने दाखिला लिया है।

गैर लाभकारी संस्था इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल एजुकेशन (आइआइई) के सर्वे में यह जानकारी सामने आई है। 2005 से हर साल कराए जा रहे इस सर्वे के लिए अमेरिकी विदेश मंत्रालय आइआइई को अनुदान देता है। सत्र 2016-17 में विदेशी छात्रों की संख्या में 3.3 फीसद की गिरावट दर्ज की गई थी। इन दो सत्रों से पहले अमेरिकी संस्थानों में नामांकन कराने वाले छात्रों की संख्या हर वर्ष बढ़ती थी।

कॉलेज प्रबंधकों और आव्रजन विश्लेषकों के अनुसार, छात्रों की संख्या में आ रही लगातार गिरावट की मुख्य वजह ट्रंप प्रशासन की सख्त वीजा और आव्रजन नीति है। अन्य वजहों में उन्होंने अमेरिका में अक्सर होने वाले गोली कांड से विदेशी छात्रों का भयभीत होना बताया। उनके अनुसार मजबूत हो रही डॉलर करेंसी के कारण भी विदेशी छात्रों के लिए फीस देना पहले से ज्यादा महंगा हो गया है। प्रतिस्पर्धा के इस माहौल में कनाडा और यूरोपीय देश इन छात्रों को अपनी ओर खींचने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे।

आइआइई के अध्यक्ष एलन गुडमैन ने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि विदेशी छात्र अब अमेरिका नहीं आना चाहते। लेकिन उनके पास अमेरिका आने के अलावा और भी विकल्प हैं। छात्रों की संख्या में गिरावट अमेरिका में सुरक्षा, पढ़ाई के खर्च और वीजा नियमों से उपजे माहौल के कारण है।’

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