पंजाब पुलिस ने घेरा कसा तो अक्षय कुमार ने दी सफाई, कहा- राम रहीम को नहीं जानता

 पंजाब के बरगाड़ी में बेअदबी घटनाओं और इसके बाद हुए गोलीकांड के मामले की आग की तपिश बॉलीवुड स्‍टार अक्षय कुमार तक पहुंच गई है। इस मामले में जांच कर रही विशेष जांच दल (एसआइटी) ने उनको इस मामले में समन जारी कर पेश होने को कहा है। विवाद बढ़ने पर साेमवार को अक्‍की सामने आए और पूरे मामले पर सफाई दी। डेरा सच्‍चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम से संबंध जोड़े जाने पर अक्ष्‍ाय ने कहा है कि वह गुरमीत से कभी न‍हीं मिले। उन्‍होंने गुरमीत राम रहीम मामले में सुखबीर बादल के साथ किसी तरह की बैठक से भी इन्‍कार किया है। 

बरगाड़ी कांड में प्रकाश सिंह बादल व सुखबीर बादल के संग बाॅलीवुड स्‍टार को समन जारी 

बता दें कि बरगाड़ी मामले में एसआइटी ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल और फिल्म कलाकार अक्षय कुमार को समन जारी किया है। यह समन एसआइटी के सदस्य आइजी कुंवर विजय प्रताप सिंह की तरफ से जारी किए गए है। तीनों को ही एसआइटी ने अलग-अलग तारीख पर बुलाया है। साेमवार को शिअद की बैठक में तय किया गया कि बादल पिता-पुत्र एसआइटी के समक्ष पेश होंगे।

गुरमीत राम रहीम से नाम जो़ड़े जाने पर अक्‍की ने ट्वीट कर चर्चाओं को खारिज किया

बॉलीवुड स्‍टार अक्षय कुमार ने सोमवार को ट्वीट कर पूरे मामले पर अपना पक्ष रखा। बॉलीवुड के इस खिलाड़ी कुमार ने कहा है, मेरी जानकारी में यह बात सामने आई है कि सोशल मीडिया पर मेरे बारे में कुछ अफवाहें और गलत बयान चल रहे हैं। इसमें गुरमीत राम रहीम नामक व्‍यक्ति के साथ मेरे जुड़ाव की मनगढ़त बातें और उसको लेकर सुखबीर बादल के साथ एक काल्पनिक बैठक के बारे में कहा जा रहा है। मैं इस मामले में पूरी विनम्रता से कुछ बातें कहना चाहता हूं।

कहा, गुरमीत से जिंदगी में कहीं और कभी नहीं मिला

अक्षय ने ट्वीट में कहा है, मैं गुरमीत राम रहीम से जिंदगी में कभी भी और किसी जगह नहीं मिला हूं। मुझे पता चला है कि गुरमीत राम रहीम कभी मुंबई में मेरे आवासीय इलाके जूहु में रह चुका है। लेकिन, मैं बता दूं कि हम कभी एक-दूसरे की राह से भी नहीं गुजरे।

अक्‍की ने ट्वीट में लिखा है, मैं बरसों से पंजाब की संस्‍कृति को बढ़ावा देने वाली फिल्‍में करता रहा हूं। मैंने सिख धर्म के गौरवशाली इतिहास और कला व परंपरा का बखान करने वाली सिंह इज किंग, केसरी जैसी फिल्‍में बनाईं। मुझे पंजाबी होने पर नाज है और सिख पंथ व मान्‍यताओं के प्रति मेरे मन में बहुत श्रद्धा है। अक्षय कुमार ने ट्वीट में लिखा है, मैं ऐसा कुछ भी नहीं कर सकता जिससे मुझे प्‍यार और सम्‍मान देनेवाले पंजाब के मेरे भाइयों व बहनों के दिल व श्रद्धा को तिनक भी ठेस पहुंचे।

अक्षय कुमार ने इसका बाद लिखा है कि मेरा उपरोक्‍त बयान पूरी तरह सच है और मैं चुनाैती देता हूं कि कोई इसे गलत साबित करके दिखाए। इस तरह अक्षय कुमार की सफाई के बाद पूरा मामला बेहद संवेदनशील हो गया है अौर आने वाले दिनों में पूरा मुद्दा सुर्खियों में रहेगा।

बरगाड़ी कांड में पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल व पूर्व डिप्‍टी सीएम सुखबीर बादल पेश होंगे एसआइटी के समक्ष

हससे पहले एसआइटी ने 16 नवंबर को पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, 19 नवंबर को सुखबीर बादल और 21 नवंबर को अक्षय कुमार को पेश होने के लिए कहा था। तीनों को अमृतसर के सर्किट हाउस में पेश होना होगा। यह पहला मौका है जब एसआइटी ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल और अक्षय कुमार को समन भेजा है। इस मामले पर शिअद की सोमवार को बैठक हुई। इसमें फैसला किया गया कि एसआइटी द्वारा तय त‍िथियों पर प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल पेश होंगे।

अक्षय कुमार पर आरोप लगते रहे हैं कि उन्‍होंने डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को माफी दिलवाने के लिए बिचौलिये का काम किया था। आराेप है कि इस संबंधी में सुखबीर बादल की कुछ लोगों के साथ बैठक भी अक्षय कुमार के मुंबई स्थित घर में हुई।

यह समन वर्ष 2015 में घटित बेअदबी की घटनाओं से संबंधित हैं। इस संबंध में फरीदकोट के कोटकपूरा शहर थाने में 7 अगस्‍त 2018 को भादसं की धारा 307, 323, 341, 148, 149 और आर्म्स एक्ट की धारा 27 के अंतर्गत एफआइआर दर्ज है। ये समन सीआरपीसी की धारा 160 के अंतर्गत जारी किए गए हैं। यह बरगाड़ी बेअदबी कांड और बहबल कलां व कोटकपूरा पुलिस गोलीबारी की घटनाओं की जांच से संबंधित हैं।

बरगाड़ी में सिख संगत द्वारा लंबे समय से दिए जा रहे धरने के बाद सरकार पर लगातार दबाव बन रहा था कि गोलीकांड को लेकर कार्रवाई तेज करे। वहीं, एसआइटी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर बादल को समन किए जाने से मामले में जांच को और गति मिलेगी। यह पहला मौका होगा जब दोनों ही नेताओं से पुलिस पूछताछ करेगी।

एसआइटी इससे पहले एडीजीपी जतिंदर जैन (बठिंडा के तत्कालीन आईजी), आइजीपी परमराज सिंह उमरानंगल (लुधियाना के तत्कालीन कमिशनर), आइजीपी अमर सिंह चाहल (तत्कालीन डीआईजी फिरोजपुर रेंज), एमएसजग्गी (तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर फरीदकोट), एसएस मान (फरीदकोट के तत्कालीन एसएसपी), वीके सिआल (फरीदकोट के तत्कालीन एसडीएम) और कोटकपूरा के तत्कालीन विधायक मनतार सिंह बराड़ से पूछताछ कर चुकी है। इसके अलावा 50 अन्य व्यक्तियों और 30 से अधिक जूनियर रैंक के पुलिस अधिकारियों से भी पूछताछ की जा चुकी है।

बेअदबी में गुरमीत राम रहीम की भूमिका की जांच के लिए हाईकोर्ट में याचिका

इसके साथ बरगाड़ी सहित पंजाब के अन्‍य स्‍थानों पर हुई बेअदबी की घटनाओं में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की भूमिका की जांच की मांग की गई है। इसके लिए पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है। यह याचिका भूपेंद्र सिंह गोरा की तरफ से दायर की गई है। 

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सीएम अमरिंदर ने कहा, अक्षय कुमार को समन में राज्‍य सरकार की कोई भूमिका नहीं

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को यह स्पष्ट किया कि बरगाड़ी मामले में एसआइटी द्वारा फिल्‍म अभिनेता अक्षय कुमार और पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल व सुखबीर बादल को समन जारी किए जाने में पंजाब सरकार की कोई भूमिका नहीं है। मीडिया से बातचीत में कैप्‍टन अमरिंदर ने कहा कि एसआइटी एक स्वतंत्र इकाई है और सरकार के हस्तक्षेप के बिना काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का काम विधानसभा में हुए सर्वसम्मति से निर्णय के अनुरूप एसआइटी का गठन करना था। इसके बाद एसआइटी जांच कर रही है अौर इसमें सरकार का कोई हस्‍तक्षेप नहीं है। 

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