PSC परीक्षा पास कराने के नाम पर 200 लोगों से दो करोड़ ठगे

 सरकारी महकमे में नौकरी और पीएससी परीक्षा पास कराने का झांसा देकर बर्खास्त सिपाही ने 200 लोगों से दो करोड़ रुपए ठग लिए। पीड़ितों में कई पुलिसकर्मी भी हैं जिन्होंने बेटे-बेटियों को नौकरी लगवाने के लिए लाखों रुपए दे दिए। बाणगंगा पुलिस ने शुक्रवार रात परमजीतसिंह भिंडर निवासी गंगादेवी नगर की शिकायत पर राघवेंद्र सिंह निवासी पुलिस लाइन भोपाल के खिलाफ धोखाधड़ी और हेराफेरी का केस दर्ज किया है। परमजीतसिंह ने बताया कि वे बीएसएनएल से रिटायर होने के बाद ढाबा चलाने लगे थे।

राघवेंद्र पुलिस की वर्दी में ढाबे पर आता था। उसने दोस्ती की और इसी वर्ष जनवरी में कॉल किया। उसने कहा कि वह व्यापमं में पदस्थ हो गया है। उसकी वरिष्ठ अफसरों से पहचान है। वह लेनदेन कर सरकारी विभाग में ऊंचे ओहदों पर नौकरी लगवा सकता है। आरोपित ने परमजीत के बेटे इंदरजीत और दोस्त असीम से कहा कि उन्हें पीएससी परीक्षा पास करवा देगा और दोनों से 20 लाख रुपए ऐंठ लिए।

पुलिसवालों से लिए 50 लाख : पीड़ितों में सिपाही यतेंद्रसिंह, ब्रजेंद्रसिंह, सुरेशसिंह व विनय भी शामिल हैं। आरोपित ने पुलिसकर्मियों के बेटे और बेटियों को लायब्रेरियन, बैंककर्मी और पटवारी की नौकरी लगवाने के नाम पर करीब 50 लाख रुपए ऐंठ लिए। विनय के अनुसार उसने बहन खुशबू को पटवारी बनाने के नाम पर ढाई लाख रुपए लिए। वह भिंड में एक कांग्रेस नेता के परिचितों से लाखों रुपए ऐंठ चुका है। उन्होंने बताया कि आरोपित करीब 200 लोगों को ठग चुका है। उसके भाई वीरेंद्र सिंह (सिपाही), अरविंद (सिपाही) और मनोज (ठेकेदार) भी मदद करते हैं। पूछताछ में सिपाहियों ने कहा कि धोखाधड़ी से उनका लेना-देना नहीं है।

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