फिर शुरू हो सकता है दूसरा डोकलाम, चीन ने भारतीय सीमा पर तैनात किए एडवान्स फाइटर जेट
नई दिल्ली: चीनी विशेषज्ञों ने भारत पर भड़काऊ टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए जल्द ही डोकलाम जैसा दूसरा विवाद शुरू करने की चेतावनी दी है. चीन की ओर से ये बयान भारत के पूर्व सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन के स्टेटमेंट के एक दिन बाद आया है. बता दें कि मेनन ने कहा था कि चीन का राजनैतिक उद्देश्य था कि डोकलाम में गतिरोध पैदा करके भारत और भूटान को अलग करना था.
चीनी सरकारी न्यूजपेपर ‘द ग्लोबल टाइम्स’ में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के विशेषज्ञों ने गुरुवार को चेतावनी देते हुए कहा, ‘इंडियन ऑफिशियल की हाल की भड़काऊ टिप्पणी और विवादित सीमा क्षेत्र में छलकपट से दौरे, इनसे लग रहा है कि अपने देश को चीन के साथ दूसरे शक्तिपरीक्षण में उलझाना चाहते हैं, जैसा पिछले साल डोकलाम गतिरोध में हुआ था’.
‘द ग्लोबल टाइम्स’ में प्रकाशित आर्टिकल के मुताबिक, भारत 2017 की गर्मियों में डोकलाम गतिरोध के बाद लगातार उत्तेजक संकेत चीन को भेज रहा है, जिससे पहले से ही भारत-चीन के बीच खटास से रिश्ते और नाजुक हो गए हैं.
पीएम मोदी के अरुणाचल दौर का चीन कर चुका है विरोध
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अरुणाचल दौरे का चीन ने विरोध किया है और भारत के इस राज्य को दक्षिण तिब्बत का हिस्सा होने का दावा कर दिया. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने भारतीय नेताओं के इस इलाके के दौरे पर कड़ा ऐतराज जताते हुए विरोध दर्ज कराया. शुआंग ने सरकारी एजेंसी सिन्हुआ से कहा गुरुवार को पीएम मोदी के अरुणाचल दौरे के विरोध में बयान दिया था.
भारत पर लगाया ‘जानबूझकर भड़काने’ का आरोप
ताजा आर्टिकल में बीजिंग ने भारत पर ‘जानबूझकर भड़काने’ का आरोप लगाया है. ‘द इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशल रिलेशन ऑफ द संघाई एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेस’ के एक रिसर्च फेलो, हु झियोग ने ‘द ग्लोबल टाइम्स’ से कहा, चीन और भारत के बीच इस साल भी संघर्ष की बड़ी संभावना है, क्योंकि भारत द्विपक्षीय संबंधों की लगातार एक नकारात्मक दिशा की ओर धक्का देकर आगे बढ़ रहा है. दोनों पक्ष सीमा पर संभावित मुकाबले के लिए अपनी तैयारियों को बढ़ा रहे हैं. इसमें सड़कों को बनान और सैनिकों की संख्या को बढ़ाना शामिल है.
पीएलएएफ ने तैनात के किए एडवान्स फाइटर जेट
भारत और चीन के बीच विवादास्पद बयानों के बीच ‘स्पुतनिक न्यूज’ ने दावा किया है कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयरफोर्स ( पीएलएएएफ) ने ऊंचे स्थानों पर दक्षिण-पश्चिम सीमा अपनी सैन्य क्षमता बढ़ाई है और अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू विमान तैनात किए हैं. यह कदम भारत के साथ एक नए मुकाबले की शुरुआत कर सकते हैं.