चीन की यात्रा पर ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री, उठाएंगी नजरबंद शिविरों का मुद्दा

ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री चीन के सुदूरवर्ती दक्षिणी क्षेत्र में स्थित नजरबंदी शिविरों को लेकर देश की चिंताओं को इस सप्ताह बीजिंग की यात्रा में उठाएंगी. इन नजरबंदी शिविरों में लाखों लोगों को बिना आरोप के रखा गया हैं. मारिस पायने ने कहा कि वह शिनजियांग में स्थित शिविरों को लेकर ‘‘गंभीर आपत्ति’’ दर्ज कराएंगी जहां हजारों उइगरों तथा अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों को नजरबंद करके रखा गया है.

करीब तीन साल बाद किसी ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री की चीन की यात्रा हो रही है. पायने ने राष्ट्रीय प्रसारणकर्ता एबीसी से कहा, ‘‘जाहिर है कि हमारा बहुत मजबूत रिश्ता है और यह दोनों पक्षों के हित में काम करता है तथा हम व्यापक कूटनीतिक साझेदारी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.’’ 

चीन, ऑस्ट्रेलिया का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है लेकिन हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव आया है. ऐसे आरोप हैं कि चीन उसकी घरेलू राजनीति में दखल दे रहा है और देश में पांव जमाने के लिए चंदे का इस्तेमाल कर रहा है.

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