उत्तराखंड में विदेशियों संग किया संस्कृति का आदान-प्रदान

देहरादून: नन्हीं दुनिया मदर हाउस में अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक आदान-प्रदान सम्मेलन में विदेशियों ने योग सिखाया तो नन्हीं दुनिया ने विदेशी मेहमानों को लजीज भारतीय व्यंजन परोसे। साथ ही होली के गीतों पर स्कूल के नन्हे-मुन्हों ने नृत्य की प्रस्तुतियों से समा बांध दिया। 

बुधवार को इंदर रोड स्थित नन्हीं दुनिया में आयोजित समारोह का शुभारंभ कनाडा, ऑस्ट्रिया और अमरीका से दून पहुंचे 21 सदस्यीय दल ने भारतीय परंपरानुसार दीप प्रज्वलित कर सम्मेलन का शुभारंभ किया। रंग-बिरंगी पोशाक में सजे स्कूली बच्चों ने होली के गीतों व लोक नृत्यों की प्रस्तुतियां देकर विदेशियों को भी झूमने पर मजबूर कर दिया।

संस्कृति और रचनात्मकता को शिक्षा के विकास के साथ जोड़ने के उद्देश्य से सम्मेलन आयोजित किया गया। मेहमानों के लिए स्कूली बच्चों ने गीत और नाटक की प्रस्तुतियां भी दीं। मूक बधिर और सामान्य बच्चों की संयुक्त टीम ने ईमानदार वुडकटर नाटक का मंचन किया जिसे दर्शकों ने बखूबी सराहा। बदले में विदेशी मेहमानों ने बच्चों के साथ योग किया और योग के बारे में अहम  जानकारियां भी दीं।

अविकल थिएटर कंपनी और नन्हीं दुनिया रंगशाला के कलाकारों ने जर्मन लोक कथाओं पर आधारित नाटक ग्रिम टेल्स का भारतीय अनुवाद कर मंचन किया। दोपहर भोज में विदेशियों ने भारतीय व्यंजनों का लुत्फ उठाया और विदाई के बाद उन्हें उपहार में नारियल और बच्चों द्वारा तैयार किए गए ग्रीटिंग कार्ड भेंट किए गए। इस अवसर पर नन्हीं दुनिया की मुख्य प्रवर्तक किरण उल्फत गोयल,  कर्नल रवि मेहरोत्रा, वीके गोयल, वीपी जैन, आलोक जैन आदि मौजूद रहे।

E-Paper