शतक लगाने के बाद गरजा ये बल्लेबाज कहा- भारतीय टीम के लिए खेलने के लिए हूं तैयार
देवधर ट्रॉफी में शतकीय पारी खेलकर अपनी टीम को फाइनल तक पहुंचाने वाले स्टार खिलाड़ी शुभमन गिल भारतीय टीम में चुने जाने का इंतजार कर रहे हैं। पृथ्वी शॉ की कप्तानी में अंडर 19 टीम के लिए खेलने वाले शुभमन बड़े ब्रेक के इंतजार में हैं।
भारतीय टीम में इस वक्त किसी भी प्रारूप में ज्यादा जगह खाली नहीं है फिर भी पंजाब का ये स्टाइलिश बल्लेबाज को आशा है कि टीम में उनका चयन होगा। शुभमन किसी भी मौके को हाथ से नहीं जाने दे रहे हैं और उन्हें जिस किसी भी प्रारूप में खेलने का मौका मिल रहा है वो रन बना रहे हैं। इस आइपीएल में केकेआर की तरफ से भी उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की थी। इसके बाद उन्होंने इंडिया ए के लिए भी बेहतरीन प्रदर्शन किया और इसके बाद देवधर ट्रॉफी में भी वो अच्छा खेल रहे हैं। शुभमन के दोस्त और अंडर 19 के कप्तान पृथ्वी शॉ ने काफी उंचा बेंचमार्क सेट किया है लेकिन बेहद टैलेंटेड गिल हर चुनौती के लिए तैयार हैं।
शुभमन गिल ने कहा कि मैं टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार हूं। मुझे वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम में मौका नहीं मिला लेकिन अगले सीरीज में मुझे मौका मिल सकता है। मैं रन बनाकर काफी खुश हूं। जब मैं मैदान पर होता हूं तो सिर्फ और सिर्फ रन बनाने के बारे में सोचता हूं। मैं ये सोचता ही नहीं कि अगर मैं आउट हो गया तो क्या होगा। मुझे अंडर 19 विश्व कप के बाद से पहचान मिली लेकिन उंचे स्तर के क्रिकेट में मेरा प्रयास है कि मैं लगातार रन बनाता रहूं ताकि मुझे टीम इंडिया में आने का मौका मिले। गिल अभी 19 वर्ष के हुए हैं लेकिन वो काफी परिपक्वता से बल्लेबाजी कर रहे हैं और इसी का नतीजा भी था कि उन्होंने दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर इंडिया ए के खिलाफ शतक लगाकर अपनी टीम को फाइनल में पहुंचा दिया। उन्होंने सूर्यकुमार यादव के साथ 90 रन की साझेदारी करके टीम की जीत की नींव रखी। गेल ने तीन नेशनल सेलेक्टर्स की मौजूदगी में बेहतरीन पारी खेली और मिले मौके का फायदा उठाया।
क्रिकेट पर गिल किससे सलाह लेते हैं इसके बारे में उन्होंने कहा कि सिर्फ मेरे पिता जो मेरे कोच भी हैं वही मुझे सलाह देते हैं। इसके अलावा टेलीविजन पर मैं काफी अंतरराष्ट्रीय मैच देखता रहता हूं। मैं उसे देखकर सीखता हूं और वही करने की कोशिश करता हूं। ये विश्वास की बात है और मुझमें ये विश्वास अभ्यास से आता है। जब आप अपने सीखे तरीकों को मैच में आजमाते हो तो इससे आपके खेल में और निखार व आत्मविश्वास आता है। इंडिया सी के फाइनल में पहुंचने और ईशान किशन व सूर्यकुमार यादव के साथ साझेदारी के बारे में गिल ने कहा कि ये मेरे लिए गर्व की बात है कि मेरी टीम फाइनल में पहुंची। ईशान और सूर्य भाई ने अच्छी बल्लेबाजी की। इस विकेट पर कमजोर गेंदों पर प्रहार करना अहम था अगर आप ऐसा नहीं करते तो और दबाव में आ जाते। हमें छह के रन रेट से रन बनाने थे ऐसे में स्ट्राइक रोटेट करना और कमजोर गेंदों पर बाउंड्री लगाना ही हमारा मकसद था।