यूगांडा की महिला मछली के पेट में छिपाकर लाई डेढ़ किलो हेरोइन, गिरफ्तार

लुधियाना देहात पुलिस ने इंटरनेशनल ड्रग रैकेट ब्रेक कर यूगांडा की एक महिला को डेढ़ किलो हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया है। रोस्टे नमुतेबी नाम की यह महिला छह मछलियों के पेट में हेरोइन के 50-50 ग्राम के 30 कैप्सूल लेकर आ रही थी। यह पहला मामला है जब मछलियों के पेट काटकर उसमें छिपाकर लाई गई हेरोइन की खेप पुलिस ने पकड़ी हो।

यूगांडा की महिला मछली के पेट में छिपाकर लाई डेढ़ किलो हेरोइन, गिरफ्तार

पुलिस के अनुसार, एक सूचना के आधार पर उसे जगराओं-मोगा हाइवे पर जगराओं के पास काबू किया गया। आरोपी महिला टैक्सी से जगराओं पहुंची थी। इसके बाद उसने बस पकड़ी और आगे जाकर रास्ते में ही उतर गई। सड़क किनारे वह किसी का इंतजार कर रही थी तो पुलिस ने उसे काबू कर लिया। पूछताछ में सामने आया है कि उसने हेरोइन की सप्लाई मोगा के गांव दौलावाल के रहने वाले गुरजंट सिंह को देनी थी।

आईजी अर्पित शुक्ला ने बताया कि रोस्टे नमुतेबी को अदालत में पेश कर पांच दिन का रिमांड हासिल किया गया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि एक विदेशी महिला हेरोइन की बड़ी खेप पंजाब के अलग अलग हिस्सों में सप्लाई करने आई है। सूचना के बाद काउंटर इंटेलीजेंस के एआईजी हरकमल प्रीत सिंह खख की अगुवाई में पुलिस टीम ने उसे उक्त स्थान पर काबू किया। आईजी शुक्ला के अनुसार आरोपी महिला रोस्टे ने हेरोइन की सप्लाई गांव दौलेवाल के गुरजंट को करनी थी, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने इस इंटरनेशनल ड्रग रैकेट को बेनकाब कर दिया।

रोस्टे नमुतेबी कुछ माह पहले मेडिकल वीजा पर भारत आई थी। वह दिल्ली में रह रही थी और वहीं पर नाभा जेल में बंद विदेशी तस्कर माइकल के संपर्क में आई थी। पुलिस अब यह जानने का प्रयास कर रही है कि मेडिकल वीजा उसे किस आधार पर मिला और माइकल के साथ कैसे संपर्क में आई। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है लेकिन भाषा पुलिस के सामने सबसे बड़ी समस्या भाषा बनी हुई है। ऐसे में पुलिस ट्रांसलेटर की मदद से पूछताछ करेगी।

आईजी अर्पित शुक्ला ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में ये बात सामने आई है कि इस बड़े नेटवर्क का किंगपिन नाभा जेल में बैठा विदेश नागरिक नबुस उर्फ माइकल है। जेल में माइकल की मुलाकात सरहिंद निवासी नशा तस्कर राजा सिंह उर्फ राजू से हुई। राजू को काउंटर इंटेलीजेंस की टीम ने 115 बोरे चूरा पोस्त के साथ एनएच 1, सरङ्क्षहद से गिरफ्तार किया था। इसके बाद वह नाभा जेल में बंद रहा। वहीं माइकल और राजू ने मिल कर सिंथेटिक ड्रग का काम शुरु करने का फैसला किया।

माइकल ने ड्रग की सप्लाई देने और राजू ने ग्राहक ढूंढने का जिम्मा लिया। इसी के चलते राजू ने अपने एक पुराने साथी मोगा के गांव दौलेवाल निवासी तस्कर गुरजंट सिहं उर्फ जंड से संपर्क किया। दोनों ने मिल कर दिल्ली में रहने वाली पंजाब मूल की साथी मनप्रीत कौर को साथ लिया जो पहले माइकल के साथ काम करती थी।

इसी मनप्रीत ने यूगांडा निवासी रोस्टे नमुतेबी को हेरोइन की खेप देकर गुरजंट को देने के लिए भेजा था। आईजी के अनुसार माइकल और राजू को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ की जाएगी। जबकि मनप्रीत और गुरजंट की गिरफ्तारी के लिए अलग अलग टीमें बना कर भेज दी गई हैं।

 

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