पीएम मोदी ने की योगी सरकार की जमकर तारीफ, कहा- यूपी को हताशा से निकाला

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजधानी लखनऊ में व्यापक स्तर पर उद्योगपतियों और निवेशकों के जुटने को ‘बड़ा परिवर्तन’ करार देते हुए आज कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य को हताशा से निकालकर उम्मीद की किरण जगायी है, और अब यह राज्य देश का ‘ग्रोथ इंजन‘ बन सकता है. मोदी ने यहां ‘यूपी इन्वेस्टर्स समिट 2018’ का शुभारंभ करते हुए कहा कि जब परिवर्तन होता है तो सामने दिखने लगता है. उत्तर प्रदेश में इतने व्यापक स्तर पर इन्वेस्टर्स समिट का होना, इतने निवेशकों और उद्यमियों का एकजुट होना अपने आप में एक बहुत बड़ा परिवर्तन है.

योगी सरकार की जमकर तारीफ

उन्होंने कहा कि पहले की स्थितियां क्या थीं, किन वजहों से थीं, ये उत्तर प्रदेश के लोगों से बेहतर कोई नहीं जानता है. भय और असुरक्षा के माहौल में जब सामान्य नागरिक का जीवन जीना मुश्किल हो जाता है तो फिर उद्योगों के लिए सोच ही कैसे सकते हैं. विकास की बात करना, नौजवानों को नये अवसर की बात करना, मध्यम वर्ग की आकांक्षाओं की बात करना, मैं नहीं मानता कि ऐसा माहौल कभी संभव था.

मोदी ने कहा कि नकारात्मकता के माहौल से राज्य को सकारात्मकता की तरफ लाना, हताशा और निराशा से उसे अलग कर उम्मीद की किरण जगाने का काम योगी सरकार ने किया है. उत्तर प्रदेश में अब वो बुनियाद तैयार हो चुकी है, जिस पर ‘न्यू उत्तर प्रदेश’ की भव्य और दिव्य इमारत का निर्माण होगा.

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में ताजमहल और सारनाथ है तो अयोध्या मथुरा काशी भी है. यहां राम की लीला तो कृष्ण का रास भी है. यहां गंगा, यमुना है तो सरयू जी का आशीर्वाद भी है. यहां आईआईटी कानपुर, आईआईएम लखनऊ है तो बीएचयू जैसी महान संस्था भी है. यह उत्तर प्रदेश की वो ताकत है जिसके दम पर वह पूर्वी भारत का ही नहीं बल्कि पूरे देश का ‘ग्रोथ इंजन’ बन सकता है.

‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ योजना ‘गेम चेंजर’

प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार के मंत्रियों, प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्य सरकार के मंत्रियों, विदेश से आये राजनेताओं और उद्योगपतियों, भारत के बड़े उद्योग घरानों के प्रमुखों की मौजूदगी में मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में वैल्यूज (मूल्य) हैं, वरच्यूज (गुण) हैं लेकिन अब बदले समय में वैल्यू एडीशन (मूल्यवर्द्धन) की भी ज्यादा आवश्यकता है. सिर्फ कार्य संस्कृति में ही नहीं, सिर्फ कारोबारी संस्कृति में नहीं बल्कि हर क्षेत्र में इसकी जरूरत है.

उत्तर प्रदेश सरकार की ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ योजना ‘गेम चेंजर’ बताते हुए उन्होंने कहा कि इस योजना को केन्द्र की स्किल इंडिया, स्टैंड अप, स्टार्ट अप और प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना से मदद मिलेगी. ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ योजना और मुद्रा योजना का तालमेल करके प्रदेश में एमएमसएमई सेक्टर के कायाकल्प का रास्ता बहुत आसान हो जाएगा.

‘रेट टेपिज्म‘ नहीं बल्कि ‘रेड कारपेट’ होगा  

मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र ने अपनी अर्थव्यवस्था को ट्रिलियन डाॅलर इकोनाॅमी बनाने का लक्ष्य रखा है. उत्तर प्रदेश उसके साथ यह प्रतिस्पर्धा शुरू करे कि कौन सा राज्य पहले ट्रिलियन डालर इकानामी के लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है. यह स्पर्धा जितनी ज्यादा होगी, उतनी ही राज्य में निवेश बढे़गा और राज्य का विकास होगा, और रोजगार के नये अवसर बनेंगे.

प्रधानमंत्री ने कहा कि औद्योगिक निवेश को रोजगार सृजन से जोड़कर नीतियां बनायी जाती हैं और फैसले लिये जा रहे हैं. अलग अलग क्षेत्रों के हिसाब से अलग अलग नीतियां बनाकर काम किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश में अब उद्योगपतियों के लिए ‘रेट टेपिज्म‘ (लाल फीताशाही) नहीं बल्कि ‘रेड कारपेट’ होगा.

डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का विकास 

मोदी ने एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि इस साल बजट में प्रस्ताव रखा गया था कि देश में दो रक्षा औद्योगिक कॉरिडोर का निर्माण होगा. इनमें से एक उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित है. बुंदेलखंड के विकास को विशेष तौर पर ध्यान में रखते हुए तय किया गया है कि उत्तर प्रदेश में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का विकास आगरा, अलीगढ़, लखनऊ, कानपुर, झांसी और चित्रकूट तक होगा. इस कॉरिडोर में 20 हजार करोड रूपये के निवेश की संभावना है और ये ढाई लाख लोगों के लिए रोजगार के नये अवसर का निर्माण करेगा.

मोदी ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से पूर्वांचल और बुंदेलखंड क्षेत्रों का औद्योगिकीकरण तेजी से होगा. उन्होंने कहा कि राज्य में लखनऊ, वाराणसी और गोरखपुर में तीन हवाई अड्डे पहले से हैं. अब कुशीनगर और जेवर में दो नये अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने का काम शुरू किया जा रहा है. उड़ान योजना के तहत आगरा, कानपुर, इलाहाबाद, बरेली, झांसी, चित्रकूट, मुरादाबाद, अलीगढ़ और आजमगढ़ जैसे 11 शहरों में हवाई अड्डों को विकसित किया जा रहा है. जल्द ही इन शहरों में भी हवाई उड़ान की सुविधा उपलब्ध होगी.मेरा सपना है कि हवाई चप्प्ल पहनने वाला हवाई जहाज में सफर करने वाला बनना चाहिए.

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