सनथ कुमार: कोहली की चमक के बीच गुमनाम क्रिकेट कोच ने दिए शानदार नतीजे

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट में एक साथ दो तरह की दुनिया दिखती है. एकतरफ विराट कोहली, रोहित शर्मा और रवि शास्त्री जैसी शख्सियतों के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और आईपीएल का ग्लैमर है तो वहीं दूसरी तरफ रणजी ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जैसे घरेलू टूर्नामेंट है जिसके ज्यादातर खिलाड़ियों के साथ कोच भी गुमनामी में रहते हैं.

ऐसे ही कोच हैं आंध्र प्रदेश टीम के के. सनथ कुमार जिनकी टीम गुरुवार को विजय हजारे ट्राफी के क्वार्टर फाइनल में दिल्ली की मजबूत टीम से भिड़ेगी. सनथ कुमार इससे पहले 2015-16 में असम जैसी कमजोर मानी जानी टीम को रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पहुंचा चुके हैं. 55 साल के इस कोच ने एक बार फिर कमजोर समझी जाने वाली टीम को नाकआउट में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई.

सनथ कुमार ने पीटीआई से कहा कि यह खिलाड़ियों में आत्मविश्वास भरने की कला से संबंधित है ताकि आप शीर्ष राज्यों के खिलाड़ियों से खुद को कम ना आंके. अपने कोचिंग के वर्षों में मैंने जो बात महसूस की वह यह है कि दो राज्यों के खिलाड़ियों के कौशल और प्रतिभा में ज्यादा फर्क नहीं होता.

उन्होंने कहा, प्रथम श्रेणी क्रिकेट में एक अच्छी टीम और औसत टीम में मानसिकता का अंतर होता है. जहां से मेरा काम शुरू होता है. मेरा काम यह सुनिश्चित करना है कि खिलाड़ियों में हीन भावना नहीं आए. सनथ कुमार नामी खिलाड़ियों से भरी कर्नाटक टीम के भी कोच रहे हैं और वह मजबूत और कमजोर टीम के खिलाड़ियो की मानसिकता को अच्छे से समझते हैं.

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