वनडे में हार के बाद डुमिनी को टी20 सीरीज में नए चेहरों पर भरोसा

विराट कोहली के नेतृत्व वाली टीम इंडिया ने द. अफ्रीका में पहली बार वनडे सीरीज़ जीतकर इतिहार रच दिया है, लेकिन अब भारतीय टीम की नजरें रविवार से शुरू हो रही 3 टी-20 मैचों की सीरीज पर हैं, जिसका पहला मैच वांडरर्स मैदान पर खेला जाएगा। क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट के लिए द. अफ्रीका की टीम की कमान जहां जे पी डुमिनी संभालेंगे तो वहीं भारतीय टीम की कमान तो विराट कोहली के हाथ में ही रहेगी। विराट की नज़र इस सीरीज़ में वीरेंद्र सहवाग के रिकॉर्ड की बराबरी करने पर रहेगी। 2006 में भारत ने सहवाग की कप्तानी में एक मैच की सीरीज में द.अफ्रीका को मात दी थी। इस मैच में भारतीय टीम ने 6 विकेट से जीत हासिल थी।

टीम इंडिया पर होगा दबाव

वनडे सीरीज़ में दमदार प्रदर्शन के बाद अब टीम इंडिया से सभी की उम्मीद काफी बढ़ गई है। खिलाड़ी भी इस सीरीज़ में अपने बेहतरीन प्रदर्शन को बरकरार रखकर टी 20 सीरीज़ पर भी कब्ज़ा जमाना चाहेंगे। खासतौर पर कुलदीप  और चहल पर इस सीरीज़ में काफी दबाव रहने वाला है। द. अफ्रीकी टीम में टी-20 के स्पेेशलिस्ट बल्लेबाज़ हैं और वो चहल और कुलदीप की जोड़ी पर बड़े-बड़े शाट्स लगाकर उन पर दबाव बनाना चाहेंगे। 

रैना पर रहेगी सबकी नज़र 

इस सीरीज़ के लिए भारतीय टीम में लगभग एक साल के बाद सुरेश रैना की वापसी हुई है। उन्होंने 2015 के बाद वनडे मैच नहीं खेले हैं और वह आखिरी बार एक साल पहले इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में खेले थे। रैना ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उत्तर प्रदेश की तरफ से नौ मैचों में एक शतक और दो अर्धशतक की मदद से 314 रन बनाए। उनके प्रदर्शन पर करीबी निगाह रहेगी क्योंकि भारत को मार्च में श्रीलंका में भी टी-20 त्रिकोणीय सीरीज खेलनी है और इस सीरीज़ में अगर रैना ने दमदार प्रदर्शन किया तो उनकी जगह एक बार फिर से टीम इंडिया में पक्की हो सकती है।  

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