पटना साहिब पहुंचे राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश उत्सव पर टेका माथा

गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश उत्सव पर बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने पटना साहिब गुरुद्वारा पहुंचकर मत्था टेका। उन्होंने गुरु जी के त्याग, समानता और सामाजिक न्याय के संदेश को स्मरण करते हुए प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं।

सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के पावन जयंती प्रकाश उत्सव के अवसर पर शनिवार, 27 दिसंबर 2025 को बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने पटना स्थित गुरुद्वारा साहिब पहुंचकर मत्था टेका। इस दौरान गुरुद्वारा परिसर श्रद्धा, भक्ति और गुरु वाणी के पावन स्वर से गुंजायमान रहा।

राज्यपाल के गुरुद्वारा पहुंचने पर प्रबंधन कमेटी के पदाधिकारियों एवं सिख संगत ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी की ओर से उन्हें सरोपा भेंट कर सम्मानित किया गया।

मत्था टेकने के पश्चात राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के जीवन, त्याग और बलिदान को नमन करते हुए कहा कि गुरु जी का जीवन साहस, समानता, सामाजिक न्याय और धर्म की रक्षा का अद्वितीय उदाहरण है। उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी ने न केवल सिख समाज को संगठित किया, बल्कि पूरे देश को अन्याय और अत्याचार के खिलाफ खड़े होने की प्रेरणा दी। खालसा पंथ की स्थापना समाज में समानता और भाईचारे का सशक्त संदेश है।

राज्यपाल ने कहा कि बिहार की धरती, विशेषकर पटना साहिब, सिख इतिहास में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखती है। गुरु गोविंद सिंह जी की जन्मभूमि होने के कारण यह स्थल धार्मिक आस्था के साथ-साथ राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक समरसता का भी प्रतीक है। उन्होंने प्रकाश उत्सव के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि गुरु जी के आदर्श आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।

इस अवसर पर गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के सदस्यों ने प्रकाश उत्सव के तहत आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अखंड पाठ, शबद कीर्तन, गुरु का अटूट लंगर सहित विभिन्न धार्मिक आयोजन किए जा रहे हैं। देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु गुरुद्वारा साहिब पहुंचकर मत्था टेक रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। पूरे गुरुद्वारा परिसर में शांति, अनुशासन और श्रद्धा का माहौल बना रहा।

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