
गाजीपुर जिले में कानून व्यवस्था को और मजबूत करने के उद्देश्य से पुलिस विभाग में व्यापक स्तर पर प्रशासनिक फेरबदल किया गया है। एसपी डॉ. ईरज राजा ने शुक्रवार को कुल 71 पुलिसकर्मियों का स्थानांतरण किया है, जिनमें 11 उपनिरीक्षक, 31 मुख्य आरक्षी और 29 आरक्षी शामिल हैं।
यह आदेश 13 सितंबर 2025 को जारी हुआ था, जिसे अब लागू करते हुए सभी को नई तैनाती दी गई है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, यह कदम पुलिस व्यवस्था को सुदृढ़, पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए उठाया गया है।
उपनिरीक्षक स्तर पर 11 का तबादला
पुलिस लाइन से विभिन्न थानों और चौकियों पर 11 उपनिरीक्षकों को नई जिम्मेदारी दी गई है। अरविंद कुमार को प्रभारी चौकी शहनिंदा, थाना मुहम्मदाबाद, जितेंद्र नारायण यादव को बाना जमानिया, सूर्यकांत यादव को बाना सुहवल, अखिलेश यादव को थाना करण्डा, कमलेश गुप्ता को थाना करीमुद्दीनपुर, जुल्फिकार अली को बाना मरदह, शैलेंद्र कुमार पांडेय को वरिष्ठ उपनिरीक्षक के रूप में थाना शादियाबाद भेजा गया है। वहीं, आनंद गुप्ता उपाध्याय का तबादला निरस्त कर उन्हें हंसराजपुर चौकी प्रभारी पद पर यथावत रखा गया है।
मुख्य आरक्षी स्तर पर 31 तबादले
मुख्य आरक्षियों में भी व्यापक फेरबदल किया गया है। चंद्रजीत पासी, मनोज कुमार यादव और भीमसेन सिंह को थाना करण्डा निवेदिता यादव (महिला आरक्षी) को बाना नंदगंज राजीव कुमार, मोहसिन कमाल अंसारी और सुरेश कुमार तिवारी को क्रमशः शादियाबाद, कासिमाबाद और नोनहरा क्षेत्र में तैनाती मिली। कुल मिलाकर, मुख्य आरक्षी स्तर पर लगभग 31 कर्मियों की नई तैनाती की गई है।
आरक्षी स्तर पर 29 कर्मियों का स्थानांतरण
आरक्षी स्तर पर भी 29 कर्मियों की तैनाती बदली गई है। राघवेन्द्र मिश्र, राजेश कुमार, शुभम कुमार, अराधना देवी और दीपा सिंह (महिला आरक्षी) को थाना करण्डा मनीष कुमार और मनोज गुप्ता को जंगीपुर, आकांक्षा (महिला आरक्षी) को नन्दगंज से जंगीपुर, विपिन कुमार, शिव गोविन्द और सोनू सरोज को करीमुद्दीनपुर,अंजनी कुमार द्विवेदी को अभियोजन कार्यालय, श्रवण कुमार को पैरोकार, थाना सादात नियुक्त किया गया है।
कुछ चौकियों में कोई बदलाव नहीं
एसपी ने कुछ चौकियों के प्रभारी पदों को यथावत रखा है। इन अधिकारियों के कार्य और क्षेत्रीय नियंत्रण को संतोषजनक माना गया है।
एसपी बोले, व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने की पहल
एसपी डॉ. ईरज राजा ने बताया कि स्थानांतरण की यह प्रक्रिया सामान्य प्रशासनिक कदम है। इसका उद्देश्य जिले की पुलिस व्यवस्था को और अधिक कुशल, अनुशासित और जवाबदेह बनाना है। उन्होंने सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया है कि नव-तैनात कर्मियों को तत्काल कार्यभार ग्रहण कराया जाए।