
हर साल, दुनिया भर में लाखों लोग अचानक हार्ट अटैक का शिकार हो जाते हैं। एक आम धारणा यह है कि हार्ट अटैक बिना किसी चेतावनी के आता है, लेकिन ऐसा नहीं है। ज्यादातर मामलों में, हमारा शरीर घंटो, हफ्तों या यहां तक कि महीनों पहले ही संकेत देना शुरू कर देता है।
समस्या यह है कि हम अक्सर इन संकेतों को सामान्य थकान, बदहजमी या तनाव समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। इन वॉर्निंग साइन्स को पहचानना और तुरंत एक्शन करना ही जान बचाने के लिए जरूरी है। आइए, जानते हैं हार्ट अटैक से पहले दिखने वाले 8 संकेत और इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए।
हार्ट अटैक से पहले दिखने वाले 8 संकेत
सीने में असहजता, दबाव या जलन- यह हार्ट अटैक का सबसे आम और जाना-माना लक्षण है। इसमें व्यक्ति को सीने के बीचों-बीच भारीपन, दबाव, निचुड़न या जलन का एहसास होता है। यह दर्द कुछ मिनटों तक रह सकता है, गायब हो सकता है और फिर वापस आ सकता है। अक्सर लोग इसे सीने में गैस या अपच समझ लेते हैं, जो खतरनाक साबित हो सकता है।
शरीर के अन्य हिस्सों में फैलने वाला दर्द- हार्ट अटैक का दर्द केवल सीने तक सीमित नहीं रहता। यह दर्द अक्सर बाएं कंधे, हाथ, पीठ, गर्दन, जबड़े और यहां तक कि पेट के ऊपरी हिस्से तक फैल सकता है। महिलाओं में यह लक्षण पुरुषों की तुलना में ज्यादा सामान्य है।
सांस फूलना और थकान- अगर बिना किसी मेहनत के, जैसे कि थोड़ा सा चलने या सीढ़ियां चढ़ने पर ही सांस फूलने लगे, या फिर बिना वजह बहुत ज्यादा थकान और कमजोरी महसूस हो, तो यह चिंता की बात है। यह इस बात का संकेत है कि आपके फेफड़ों तक सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पा रहा है, क्योंकि दिल ठीक से पंप नहीं कर पा रहा।
अचानक ठंडा पसीना आना और चक्कर आना- बिना किसी गर्मी या मेहनत के अचानक ठंडा, चिपचिपा पसीना आना हार्ट अटैक का एक अहम संकेत है। इसके साथ ही चक्कर आना, सिर हल्का होना या बेहोशी जैसा महसूस होना भी दिल पर तनाव का संकेत देता है।
घबराहट और दिल की धड़कन का तेज या अनियमित होना- अचानक दिल का तेजी से धड़कना, धड़कन स्किप होना या अनियमित होना, साथ ही साथ घबराहट और बेचैनी का अहसास होना, ये सभी लक्षण दिल की गंभीर समस्या की ओर इशारा कर सकते हैं।
पाचन संबंधी समस्याएं- जी मिचलाना, उल्टी आना, पेट में दर्द, सूजन या बार-बार खट्टी डकारें आना भी हार्ट अटैक के असामान्य लक्षण हो सकते हैं। खासकर महिलाओं में ये लक्षण ज्यादा देखने को मिलते हैं और अक्सर फूड पॉइजनिंग या एसिडिटी समझ लिए जाते हैं।
सूजन- जब दिल शरीर के अलग-अलग अंगों में ब्लड को सही तरीके से पंप नहीं कर पाता, तो फ्लूएड जमा होने लगता है। इससे पैरों, टखनों और पैरों में सूजन आ सकती है।
असामान्य कमजोरी या सुन्नपन- शरीर के एक तरफ, खासतौर से बाएं हाथ या पैर में अचानक कमजोरी, सुन्नपन या झुनझुनी का एहसास होना भी दिल के दौरे का एक चेतावनी संकेत हो सकता है।
हार्ट अटैक से बचाव के लिए क्या करें?
हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं- अपनी डाइट में फाइबर, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स से भरपूर फूड्स को शामिल करें। साथ ही, रोजाना आधे घंटे की एक्सरसाइज करें।
नियमित हेल्थ चेकअप कराएं- नियमित रूप से अपने ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल की जांच करवाएं। 30 साल की उम्र के बाद से ही इन पर नजर रखना शुरू कर देना चाहिए।
बुरी आदतों को छोड़ें- स्मोकिंग और शराब हार्ट डिजीज के सबसे बड़े रिस्क फैक्टर्स में से एक है। इन्हें तुरंत छोड़ दें।
तुरंत एक्शन लें- अगर आपको हार्ट अटैक का कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।