
पूर्व FBI निदेशक जेम्स कोमी के खिलाफ अभियोग दर्ज होने के बाद उनके दामाद ट्रॉय एडवर्ड्स ने संघीय अभियोजक के पद से इस्तीफा दे दिया। ट्रॉय ने कहा कि उन्होंने संविधान के प्रति अपनी निष्ठा को बनाए रखने के लिए यह फैसला किया। राष्ट्रपति ट्रम्प ने कोमी पर कार्रवाई का संकेत दिया था। कोमी की बेटी मॉरीन कोमी को भी बिना स्पष्टीकरण के नौकरी से निकाल दिया गया।
पूर्व FBI निदेशक जेम्स कोमी के खिलाफ अभियोग दर्ज होने के कुछ ही मिनटों बाद उनके दामाद ट्रॉय एडवर्ड्स ने संघीय अभियोजक के पद से इस्तीफा दे दिया।
एडवर्ड्स ने अपने एक लाइन के इस्तीफे में कहा, “मैंने संविधान और देश के प्रति अपनी शपथ को कायम रखने के लिए यह कदम उठाया है।”
यह नाटकीय घटनाक्रम वर्जीनिया के पूर्वी जिले में हुआ, जहां कोमी पर कांग्रेस से झूठ बोलने का आरोप लगा है। एडवर्ड्स राष्ट्रीय सुरक्षा अनुभाग के उप प्रमुख थे। ये पेंटागन और CIA मुख्यालय को कवर करने वाला एक प्रतिष्ठित पद है।
उन्होंने 6 जनवरी, 2021 को कैपिटल हिल पर हमले की साजिश रचने वाले ओथ कीपर्स के संस्थापक स्टीवर्ट रोड्स को दोषी ठहराने वाली अभियोजन टीम में अहम भूमिका निभाई थी।
ट्रंप ने दिया था कार्रवाई का संकेत
केवल कुछ दिन पहले, राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने अपने अटॉर्नी जनरल को कोमी और अन्य कथित राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ कार्रवाई करने का संकेत दिया था। वर्जीनिया के पूर्वी जिले की नई कार्यवाहक यूएस अटॉर्नी लिंडसे हॉलिगन ने पांच साल की सीमा अवधि समाप्त होने से पहले जल्दबाजी में मामले को ग्रैंड जूरी के सामने पेश किया।
हॉलिगन की नियुक्ति उनके पूर्ववर्ती के इस्तीफे के बाद हुई, जिन्होंने कोमी पर आरोप नहीं लगाए थे और ट्रम्प के एक अन्य टारगेट न्यूयॉर्क की अटॉर्नी जनरल लेटिशिया जेम्स के खिलाफ जांच में दबाव का सामना किया था।
बेटी को बिना कारण बताए नौकरी से निकाल दिया था
कोमी ने गुरुवार को कहा कि वह निर्दोष हैं और मुकदमे का स्वागत करते हैं। उन्होंने संघीय न्यायिक व्यवस्था में अपने “पूर्ण विश्वास” की बात दोहराई। इस बीच, एडवर्ड्स अपने ससुर के अभियोग के दौरान कोर्टरूम में पहली पंक्ति में मौजूद थे।
एडवर्ड्स का इस्तीफा कोमी परिवार पर आए संकट की एक और कड़ी है। दो महीने पहले, जुलाई में, जेम्स कोमी की बेटी मॉरीन कोमी को न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले से बिना किसी स्पष्टीकरण के नौकरी से निकाल दिया गया था।
मॉरीन ने इस महीने सरकार के खिलाफ मुकदमा दायर किया। यह दावा करते हुए कि उनकी बर्खास्तगी राजनीतिक कारणों से थी और असंवैधानिक थी।