पड़ोसियों के झगड़े में बचाव कराने पहुंचे युवक की पीटकर हत्या

रोहिणी जिला के प्रेम नगर स्थित किराड़ी इलाके में झगड़ा कर रहे दो पड़ोसियों के बीच विवाद सुलटाने पहुंचे पड़ोसी सुनील कुमार (42) की एक पक्ष ने लाठी-डंडे से पीटकर जान ले ली। झगड़े में पड़ोसी बुजुर्ग आनंद कुमार (60) भी जख्मी हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर आनंद विहार और उनकी पत्नी सुमित्रा और रिश्तेदार महिला पुष्पा को गिरफ्तार कर लिया है। क्रास एफआईआर में पुलिस ने डेयरी संचालक कृष्ण कुमार धनखड़, इनकी पत्नी गीता देवी और बेटे हिमांशु को भी गिरफ्तार कर लिया है। अन्य की तलाश जारी है।

रोहिणी जिला पुलिस उपायुक्त राजीव रंजन ने बताया कि मंगलवार दोपहर करीब 3.00 बजे प्रेम नगर-3, किराड़ी ए-ब्लॉक में झगड़े की सूचना मिली। टीम मौके पर पहुंची। पता चला कि दो पड़ोसियों के बीच झगड़े में दो-तीन लोगों को चोट लगी है, जिन्हें अस्पताल भेजा गया है। पुलिस अस्पताल पहुंची तो सुनील की मौत का पता चला। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि कृष्ण कुमार धनखड़ एरिया में डेयरी चलाते हैं। इन्होंने पड़ोसी अजय और उसके पिता आनंद कुमार के कहने पर राजकुमार नाम के व्यक्ति को पिछले साल ढाई लाख रुपये उधार दिए थे। राजकुमार रुपये लेने के बाद गायब हो गया। मंगलवार को कृष्ण कुमार ने राजकुमार को खोज निकाला।

इस बीच कृष्ण ने अजय और आनंद के घर पर मीटिंग बुलाई जिसमें राजकुमार भी था। बातचीत के दौरान कृष्ण और अजय का परिवार आपस में भिड़ गया। शोर सुनकर पड़ोसी सुनील वहां पहुंचा और बीच बचाव करने लगा। आरोप है कि इसी बात से खफा होकर अजय, आनंद, मां सुमित्रा और मामी पुष्पा ने सुनील पर हमला कर दिया। लाठी-डंडों से वार करने के अलावा पुष्पा ने एक ईंट उठाकर सुनील के सिर पर मार दी। कृष्ण और उसके परिवार के हमले में आनंद कुमार को भी चोट लगी।

सुनील की मौत से टूट गया परिवार, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल…

पड़ोसियों के झगड़े में सुनील की मौत से उसका पूरा परिवार बुरी तरह टूट गया है। सुनील अपनी पत्नी अनीता और तीन बेटियों के साथ प्रेम नगर, शनि बाजार इलाके में रहता था। वह कपड़ों पर प्रेस करने का काम करता था। सुनील की सास ने बताया कि वह घर में अकेला कमाने वाला था। उसकी मौत के बाद परिवार के सामने आर्थिक संकट आन पड़ा है। चिंता है कि अब उसकी तीन बेटियां का क्या होगा। पति की मौत के बाद अनिता का भी रो-रोकर बुरा हाल है।

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