साल 1998 में हुए थे भर्ती… पिछले वर्ष जम्मू-कश्मीर में प्रमोशन

जम्मू कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में भारतीय सेना के जवान बुलंदशहर जिले के गांव पाली निवासी प्रभात गौड़ बलिदान हो गए।

जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से मुठभेड़ में भारतीय सेना के जवान बुलंदशहर जिले के गांव पाली निवासी प्रभात गौड़ बलिदान हो गए। सैन्य अधिकारियों ने सोमवार सुबह इसकी सूचना बलिदानी के परिजनों को दी।

मंगलवार को सेना का दल बलिदानी के पार्थिव शरीर को विशेष वाहन से लेकर उनके पैतृक गांव पहुंचेगा। जवान के बलिदान होने की सूचना से गांव में सन्नाटा पसरा है। क्षेत्र के गांव पाली आनंदगढ़ी निवासी 48 वर्षीय प्रभात गौड़ भारतीय सेना में जम्मू कश्मीर में तैनात थे।

सोमवार सुबह जम्मू कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें सेना ने दो आतंकवादियों को मार गिराया। इसी दौरान प्रभात गौड़ आतंकियों की गोलीबारी में बलिदान हो गए। सैन्य अधिकारियों ने उनके परिजनों को यह सूचना दी।

सूचना पर बलिदानी के पिता एसपी गौड़ और उनके भाई राजुल गौड़ सोमवार देर शाम परिवार के साथ गांव पहुंच गए। उनके घर पर गांव के लोगों का आना-जाना लगा हुआ था। परिजनों ने बताया कि प्रभात गौड़ हाईस्कूल पास करने के बाद भारतीय सेना में सन 1998 में भर्ती हुए थे।

जूनियर कमीशन ऑफिसर के पद पर हुआ था प्रमोशन
उनकी प्रथम तैनाती बैलोर में हुई थी। एक वर्ष पूर्व ही उनका तबादला जम्मू कश्मीर में हुआ था। वहां तैनाती के बाद उनका प्रमोशन जूनियर कमीशन ऑफिसर के पद पर हुआ था।

19 साल की बेटी और 11 साल का बेटा
उनकी पत्नी मनोरमा गौड़ हैं। बेटी 19 वर्षीय सोनिका बीकॉम कर रही हैं। बेटा 11 वर्षीय खुशहाल कक्षा 5 में पढ़ रहा है। वर्तमान समय में उनका परिवार जोधपुर में रहता है।

ऑपरेशन गुडर: लश्कर के दो आतंकी ढेर, दो जवान बलिदान
दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के गुडर वन क्षेत्र में सोमवार सुबह शुरू हुए भीषण मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-ताइबा के दो आतंकियों- आमिर अहमद डार और रहमान भाई को ढेर कर दिया। आतंकी आमिर स्थानीय तो रहमान पाकिस्तानी था। ऑपरेशन में सुबेदार प्रभात गौर और लांस नायक नरेंदर सिंधु बलिदान हो गए, जबकि तीन अन्य घायल हैं। खराब मौसम के कारण सुरक्षाबलों को ऑपरेशन को अंजाम देने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। बहरहाल पूरे इलाके में आज भी सर्च ऑपरेशन जारी है।

जम्मू-कश्मीर पुलिस को जिले के गुडर वन क्षेत्र में दो से तीन आतंकवादियों की हलचल की जानकारी मिली थी। पुलिस से मिली सूचना पर सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने सोमवार सुबह करीब छह बजे इलाके में एक तलाशी अभियान शुरू किया। पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी), सेना की 9 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) और सीआरपीएफ ने गुडर वन क्षेत्र को घेरे में ले लिया।

घेरा सख्त होता देख इलाके में छुपे में आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों की आगे बढ़ती टुकड़ी पर अंधाधुंध फायरिंग की जिसके नतीजे में सेना का एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) घायल हो गए। जवानों ने भी मुहतोड़ जवाब दिया गया जिसके नतीजे में आतंकवादियों के साथ एक भीषण मुठभेड़ शुरू हुई।

मुठभेड़ को अंजाम देने के लिए सेना की स्पेशल फोर्सेज के जवानों को भी शामिल किया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने दो आतंकवादियों को मार गिराने की पुष्टि की। यह भी बताया कि ऑपरेशन के दौरान सेना के दो जवान भी बलिदान हुए हैं। सूत्रों के अनुसार इस ऑपरेशन में तीन अन्य जवान भी घायल हुए हैं जिन्हें इलाज के लिए सेना के 92 बेस अस्पताल ले जाया गया है। चिनार कोर ने सूबेदार प्रभात गौड़ और लांस नायक नरेंदर सिंधु के शौर्य और बलिदान को नमन किया।

अहमद डार का नाम पहलगाम हमले के बाद जारी हिटलिस्ट में था
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक ऑपरेशन में लश्कर का स्थानीय आतंकवादी आमिर अहमद डार मारा गया है। डार 30 सितंबर 2023 से सक्रिय था। बता दें कि आमिर का नाम उन 14 आतंकवादियों की हिटलिस्ट में शामिल थ, जिसे सुरक्षा एजेंसियों ने पहलगाम हमले के बाद जारी किया था। दूसरा मारा गया आतंकवादी पाकिस्तान का रहमान भाई है जोकि लंबे समय से पीर पंजाल क्षेत्र में सक्रिय था।

कुलगाम ऑपरेशन के दौरान डीजीपी ने मुठभेड़ स्थल का किया दौरा
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नलिन प्रभात ने मुठभेड़ स्थल का दौरा किया। उन्होंने जमीनी स्थिति की समीक्षा की और अभियान की निगरानी कर रहे वरिष्ठ अधिकारियों से जानकारी ली।

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