PNB फ्रॉडः 114 अरब के घोटाले पर मात्र 2 करोड़ का इन्श्योरेंस कवर, बैंक की बैलेंस शीट पर पड़ेगा असर

114 अरब के घोटाले से पंजाब नेशनल बैंक की बैलेंस शीट पूरी तरह से गड़बड़ा जाएगी। इस वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर बैंक को काफी नुकसान होने की संभावना है। बैंक को नुकसान से भरपाई करने के लिए इतना बड़ा इन्श्योरेंस कवर भी नहीं है, जिससे कुछ पैसा इन्श्योरेंस कंपनियों से मिल सके।

घोटाले की कुल रकम का केवल 0.70 फीसदी भरपाई

पीएनबी ने जो फ्रॉड से होने वाले नुकसान के लिए इन्श्योरेंस कवर लिया है, उससे इस घोटाले की केवल 0.70 फीसदी भरपाई होगी। बैंक ने केवल 2 करोड़ रुपये का कवर ले रखा है। बैंक ने फिलहाल इस तरह के फ्रॉड से होने वाले नुकसान के लिए किसी तरह का कोई इन्श्योरेंस कवर नहीं ले रखा है।
दो साल से ही है इन्श्योरेंस कवर

बैंक ने केवल पिछले दो साल से ही इन्श्योरेंस कवर ले रखा है। जहां अन्य सरकारी और प्राइवेट सेक्टर बैंकों ने अलग-अलग मदों जैसे कि ट्रेड फाइनेंस, बिल डिस्काउंटिंग और साइबर इन्श्योरेंस के लिए कवर ले रखा है, वहीं पीएनबी के पास इस तरह का कोई इन्श्योरेंस कवर नहीं ले रखा है।

हर साल 5 करोड़ रुपये का प्रीमियम
पीएनबी ने यूनाइटेड इंडिया इन्श्योरेंस से 40 फीसदी कवर ले रखा है, वहीं बाकी का 60 फीसदी कवर 3 अन्य पीएसयू इन्श्योरेंस कंपनियों से ले रखा है। अकेले यूनाइटेड इन्श्योरेंस को पीएनबी हर साल 5 करोड़ रुपये प्रीमियम के तौर पर देता है।

इसमें भी केवल आगजनी, प्रॉपर्टी को नुकसान और बाहर से होने वाले फ्रॉड को कवर किया जाता है। बैंक के अंदर से होने वाले फ्रॉड के लिए केवल 2 करोड़ रुपये का कवर लिया है, जिससे इतने बड़े घोटाले की भरपाई होना मुश्किल है।

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