अनिल कुंबले के लिए क्यों खास है 9 अगस्त की तारीख? अचानक चले गए 35 साल पीछे

भारत के महान गेंदबाजों में शुमार और पूर्व कप्तान अनिल कुंबले के लिए 9 अगस्त की तारीख काफी खास है। इतनी खास है कि आज उन्होंने इस दिन को याद करते हुए इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट लिख दी और 35 साल पीछे चले गए। कुंबले ने इस पोस्ट में एक खास मैसेज भी दिया है जो युवा खिलाड़ियों के लिए शानदार सीख साबित हो सकता है।

दरअसल, 35 साल पहले 1990 में आज ही के दिन यानी नौ अगस्त को कुंबले ने अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेला था। ये मैच उन्होंने मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफर्ड स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। कुंबले ने इसी दिन को याद किया है और अपना अनुभव शेयर किया है।

अच्छी नहीं थी शुरुआत
कुंबले ने इस मैच की पहली पारी में 47 ओवर फेंके थे और 105 रन देकर तीन विकेट झटके थे। दूसरी पारी में उन्होंने 13 ओवर फेंके थे, लेकिन विकेट नहीं ले पाए थे। कुंबले ने अपनी पोस्ट में इसी बात का जिक्र किया है कि कई बार आपको वो शुरुआत नहीं मिलती जो आपको चाहिए होती है, लेकिन लगातार कड़ी मेहनत के दम पर आप काफी कुछ हासिल कर सकते हैं। कुंबले ने अपनी पोस्ट में लिखा, “उस दिन ने मुझे काफी कुछ सिखाया जो मैं आजतक अपने साथ रखता हूं। कुछ अच्छा बनाने के लिए जरूरी नहीं है कि आपको धांसू शुरुआत चाहिए। हम क्रिकेट में फाइव विकेट हॉल, मैच विजयी स्पैल की चर्चा करते हैं।”

कुंबले ने लिखा, “हर सफलता के पीछे कई सालों तक किए गए लगातार प्रयास होते हैं। इसमें सुबह जल्दी उठना, कड़े नेट सेशन और जब समय आपके पक्ष में न हो तब भी चुपचाप काम करते जाना शामिल है। इंटरनेशनल क्रिकेट में मेरे शुरुआती साल सिर्फ सीखने वाले रहे। दबाव को कैसे झेलना है, खराब पलों से कैसे निपटना है, अपनी ताकत को कैसे पहचानना है। मैं मैदान पर ज्यादा बोलने वाला खिलाड़ी नहीं था, लेकिन मैंने जल्दी ये भांप लिया था कि मैं जो गेंद से करूंगा वो अपने आप बोलेगा।”

ऐसा रहा करियर
कुंबले भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने 132 टेस्ट मैचों में कुल 619 विकेट लिए हैं। वनडे में उन्होंने भारत के लिए 271 मैच खेले हैं और 337 विकेट अपने नाम किए हैं। कुंबले को दुनिया के महान गेंदबाजों में गिना जाता है। वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में चौथे नंबर पर हैं। लंबे समय तक वह इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर थे लेकिन इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन ने उन्हें पीछे कर दिया था।

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