बिहार: तीन दिन की बारिश में डूबा सीवान शहर, हर गली-मोहल्ले में जलजमाव, लोग बेहाल
सीवान जिले में तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। पूरे शहर में जलजमाव की स्थिति बन गई है। कई मोहल्लों में नालियां जाम हो चुकी हैं और सड़कों, घरों और दुकानों में पानी घुस गया है। लोग परेशान हैं और प्रशासन से कोई ठोस राहत नहीं मिल पा रही है। शहर के दरबार रोड, अस्पताल रोड, शांति वट वृक्ष से लेकर सीवान जंक्शन तक हर जगह पानी ही पानी है। नगर परिषद के तमाम दावों के बावजूद लोगों के घरों और दुकानों में पानी घुसने से भारी नुकसान हो रहा है।
सबसे चिंताजनक स्थिति सदर अस्पताल की है, जहां लेडीज वार्ड तक में बारिश का पानी भर गया है। अस्पताल के सामने की दुकानों में भी पानी घुस चुका है। दवा दुकानदारों ने बताया कि नाले में मिट्टी भर जाने और उसकी सफाई न होने की वजह से यह हालात बने हैं। दुकानदारों का कहना है कि लाखों की दवाएं खराब होने का खतरा है। हाइजीनिक तरीके से रखी जाने वाली दवाओं को पानी से बचाना मुश्किल हो गया है। एक दवा दुकानदार ने बताया कि कई बार फोन करने के बावजूद नगर परिषद का कोई भी इंजीनियर फोन नहीं उठा रहा है। स्थिति यह है कि अस्पताल के सामने की सभी दुकानें जलमग्न हैं और दुकानदारों के साथ-साथ ग्राहक भी परेशान हैं।
पुराना किला और मखदूम सराय में बेकाबू हालात
शहर का पुराना किला इलाका भी बुरी तरह जलमग्न हो चुका है। कई घरों में बारिश का पानी घुस गया है। वहीं मखदूम सराय जाने वाली सड़क पर लगभग पांच फीट तक पानी भर गया है। वाहन फंस जा रहे हैं और लोग जान जोखिम में डालकर रास्ता पार कर रहे हैं। हालांकि कुछ बच्चों ने इस जलजमाव का आनंद उठाते हुए उसमें खेलना शुरू कर दिया, लेकिन अधिकांश लोग बेहद परेशान हैं। सड़कों पर कीचड़ और गंदगी के कारण बीमारियों के फैलने का भी खतरा मंडरा रहा है।
प्रशासन की लापरवाही उजागर
स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर परिषद हर साल नाला सफाई और जल निकासी के नाम पर लाखों रुपये खर्च करता है, लेकिन फिर भी हालात जस के तस बने रहते हैं। इस बार की बारिश ने परिषद के दावों की पोल खोल दी है। जनता का सवाल है कि जब इतनी भीषण बारिश में शहर का यह हाल है, तो विधायक, सांसद और नगर परिषद के जिम्मेदार पदाधिकारी क्या कर रहे हैं? लोगों की शिकायत है कि अधिकारियों से संपर्क करना मुश्किल है और कोई राहत कार्य जमीन पर दिखाई नहीं दे रहा।