झनझनाहट से लेकर एड़ी के दर्द तक, आपके पैर भी देते हैं 6 बीमारियों का संकेत

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी सेहत का सही ढंग से ख्याल नहीं रख पा रहे हैं। इससे उन्हें कई तरह की बीमारियां घेर रही हैं। लोग खराब खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो कर रहे हैं। हेल्दी डाइट न लेने से उनके शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी देखने को मिल रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जब भी हमें कोई बीमारी होती है तो उसके लक्षण हमारे शरीर में भी नजर आने लगते हैं।

पैर भी हमारे शरीर का जरूरी अंग होते हैं। ये सिर्फ चलने-फिरने के लिए ही नहीं काम आते हैं बल्कि ये हमारे शरीर में हो रही दिक्क्तों का संकेतद भी देते हैं। जी हां, ये बात बिल्कुल सच है। अगर पैरों में कुछ ऐसा आपको नजर आए जो सामान्य से थोड़ा अलग हों तो आपको उसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। क्योंकि ये किसी गंभीर बीमारी की शुरुआत हो सकती है। समय पर पहचान और इलाज से बड़ी परेशानियों से बचा जा सकता है। आज का हमारा लेख भी इसी विषय पर है। हम आपको पैरों में दिखने वाले कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बताएंगे जो आपकी सेहत का हाल बताते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से –

पैरों में सूजन आना
अगर आपके पैरों या टखनों में लगातार सूजन बना रहता है तो ये दिल, किडनी और लिवर से जुड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है। ये प्रोटीन की कमी या विटामिन B12 और फोलिक एसिड की कमी से भी हो सकता है। अगर सूजन अचानक आए और उसमें रेडनेस और दर्द भी हो, तो ये ब्लड क्लॉट भी हो सकता है।

क्या करें?

पैरों को ऊपर करके रखें

नमक कम खाएं

प्रोटीन और विटामिन से भरपूर चीजों को डाइट में शामिल करें

हल्की एक्सरसाइज करें ताकि ब्लड सर्कुलेशन अच्छा रहे

टखनों में दर्द

टखनों में दर्द केवल चोट या arthritis की वजह से ही नहीं होता है, बल्कि विटामिन डी और कैल्शियम की कमी से भी हड्डियां कमजोर हो सकती है। आपको बता दें कि मैग्नीशियम की कमी से मसल्स में ऐंठन और जोड़ों में दर्द होता है।

क्या करें?

डाइट में विटामिन डी, कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर चीजों को शामिल करें

सही पोषण और फिजियोथेरेपी से दर्द में राहत मिलती है

पैरों में झनझनाहट या सुन्नपन
अगर आपके पैरों में बार-बार झनझनाहट या सुन्नपन महसूस होता है तो ये नसों से जुड़ी कोई समस्या हो सकती है, जो अक्सर डायबिटीज से भी जुड़ी होती है। माना जाता है कि B12 और विटामिन ई की कमी से भी ऐसा हो सकता है। इसके अलावा मैग्नीशियम और पोटैशियम की कमी से भी मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं।

क्या करें?

विटामिन B12 और मिनरल की जांच कराएं

हेल्दी डाइट लें

नंगे पैर चलने से बचें

शराब और कुछ दवाओं का ज्यादा सेवन नसों को नुकसान पहुंचा सकता है

पैरों में नीली नसें दिखना
अगर आपकी नसें उभरी हुई दिखाई देती हैं या उनमें खून रुकता है, तो इसका कारण नसों की कमजोरी हो सकती है। विटामिन C और बायोफ्लेवोनॉयड की कमी से नसें कमजोर हो जाती हैं। ज्यादा देर बैठे रहने से और मोटापा भी इसका कारण हो सकता है।

क्या करें?

विटामिन सी से भरपूर डाइट लें

रोजाना वॉक करें

जरूरत हो तो कम्प्रेशन स्टॉकिंग्स पहनें

वजन मेंटेन रखें

एड़ियों की फटी त्वचा
हील में दरारें सिर्फ ड्राई स्किन के कारण ही नहीं होतीं, बल्कि विटामिन ए, जिंक और ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी भी इसका कारण हो सकती है। डायबिटीज और एक्जिमा भी इसे बढ़ा सकते हैं।

क्या करें?

एड़ियों को मॉइस्चराइज करें

नंगे पैर चलने से बचें

ओमेगा-3 और जिंक से भरपूर चीजें खाएं

पैरों का ठंडा होना
अगर आपके पैर हमेशा ठंडे रहते हैं, तो ये Peripheral Artery Disease, खून की कमी या थायरॉइड की समस्या हो सकती है।

कम खाना या तनाव भी ब्लड सर्कुलेशन पर बुरा असर डालता है।

क्या करें?

आयरन और थायरॉइड संतुलन बनाए रखें

स्मोकिंग न करें

पैरों को ढककर रखें

समय-समय पर जांच करवाएं

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