जयपुर: ED ने दो कंपनियों के आधा दर्जन स्थानों पर की ताबड़तोड़ छापेमारी

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की राजस्थान के जयपुर, कोटा और टोंक जिले में दो कंपनियों के आधा दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई तीन दिन बाद रविवार देर रात खत्म हो गई।

ईडी की टीमों ने यह कार्रवाई डेबाक इंडस्ट्रीज लिमिटेड और नेचुरो इंडिया बुल लिमिटेड के ठिकानों पर की थी। डेबाक इंडस्ट्रीज पर छापेमारी में 78 लाख रूपए नकद, चार लग्जरी कारें और संपति के दस्तावेज मिले हैं। ईडी ने इन्हें सीज किया है।

कितने करोड़ का है आरोप?
कंपनी के संचालक मुकेश मनवीर पर सौ करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले का आरोप है। नेचुरो इंडिया बुल के संचालक गौरव जैन, ज्योति सहित कई लोगों पर कार्रवाई की गई है।

ईडी की जांच में डेबाक कंपनी के संचालक मुकेश के कार्यालय, घर और नेचुरो एग्रोटेक इंडिया लिमिटेड के संचालक गौरव जैन एवं ज्योति के अतिरिक्त चार अन्य सहयोगियों के ठिकानों पर की गई छापेमारी में कई तरह का फर्जीवाड़ा मिला है।

ED को क्या-क्या मिला?
छापेमारी में सामने आया कि डेबाक इंडस्ट्रीज और नेचुरो एग्रोटेक का कार्यालय एक ही पते पर था। छापेमारी में दस्तावेजों के साथ ही इलेक्ट्रानिक डिवाइसेस भी ईडी की टीम को मिले हैं।

छापेमारी में सामने आया कि मुकेश ने वित्तीय धोखाधड़ी कर के एक सौ करोड़ रूपए से अधिक की रकम जमीनों में निवेश किया था। मुकेश ने विला,जमीन, होटल एवं जमीन खरीदे थे। वह आगे जयपुर के टोंक रोड़ पर बहुमंजिला आवासीय योजना विकसित करने की तैयारी कर रहा था।

राजनीतिक पार्टी से जुड़ा हुआ है आरोपी
मुकेश शिवसेना से जुड़ा हुआ था,लेकिन पिछले कुछ समय से सक्रिय नहीं था। मुकेश ने साल 2019 में टोंक-सवाईमाधोपुर सीट लोकसभा सीट से चुनाव भी लड़ा था। फिल्म अभिनेत्री राखी सावंत चुनाव प्रचार करने आई थी।

इस चुनाव में मुकेश को 4,900 वोट मिले थे। मुकेश के जयपुर स्थित कार्यालय के बाहर एक पोस्टर लगा हुआ था, जिसमें उसके टेलिफोन सलाहकार समिति का सदस्य होने का दावा किया गया था। जानकारी के अनुसार डेबोक इंडस्ट्रीज में शेयर कारोबार से जुड़े लोगों में फर्जीवाड़ा सामने आया है।

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