तीसरे टेस्ट में वांडरर्स की हरी पिच पर लगेगा शॉर्ट गेंदों और बाउंसर का अंबार

 दक्षिण अफ्रीका के सबसे असुरक्षित शहरों में से एक जोहानिसबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में भारतीय टीम ने रविवार को जैसे ही प्रवेश किया उसकी असुरक्षा की भावना और बढ़ गई क्योंकि यहां की पिच सेंचुरियन के सुपर स्पो‌र्ट्स पार्क स्टेडियम के बिलकुल विपरीत और केपटाउन के न्यूलैंड्स स्टेडियम की पिच से ज्यादा हरी नजर आ रही है। हालांकि अभी मैच शुरू होने में काफी समय है और घास कुछ कम हो सकती है लेकिन ये उतनी भी कम नहीं होगी जिस पर भारतीय बल्लेबाज आसानी से बल्लेबाजी कर सकें। कुल मिलाकर वांडरर्स की पिच को देखने के बाद मुख्य भारतीय बल्लेबाजों को करीब छह-छह ओवर सिंथेटिक की गेंद से शॉर्ट गेंदों और बाउंसर का अभ्यास कराया गया।

तीसरे टेस्ट में वांडरर्स की हरी पिच पर लगेगा शॉर्ट गेंदों और बाउंसर का अंबार

न्यूलैंड्स का टेस्ट एक दिन बारिश होने के बावजूद चार दिन में खत्म हो गया था। वहां की पिच हरी थी और दोनों तरफ के तेज गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया था। भारत वह मैच 72 रनों से हारा था। सुपर स्पो‌र्ट्स पार्क में भारतीय पिच होने के बावजूद टीम इंडिया को 135 रनों से पराजय का सामना करना पड़ा। तीन मैचों की सीरीज का आखिरी मुकाबला बुधवार से यहां होना है और भारतीय टीम छह वनडे की सीरीज के पहले इसे जीतकर अपने ऊपर से थोड़ा दबाव कम करना चाहती है।

छह मिमी घास तो रहेगी ही 

शनिवार तक वांडरर्स की पिच और बाकी मैदान में कोई अंतर ही नजर नहीं आ रहा था क्योंकि दोनों में घास एक समान थी। रविवार को पिच नजर आने लगी। उससे घास कुछ घास काट दी गई लेकिन अब और घास काटने की संभावना कम है। वांडरर्स के मुख्य पिच क्यूरेटर बेथयुएल बथलेजी ने दैनिक जागरण से कहा कि हमने इस पर घास छोड़ रखी है और अब मैच से पहले इसे और नहीं काटेंगे। मैच से पहले इसमें पानी डालकर रोलर चलाएंगे।

उन्होंने सेंचुरियन की तरह धूप के कारण घास के झुलसने की संभावना से इन्कार करते हुए कहा कि यहां हम जरूरत के मुताबिक पानी डाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीकी टीम की तरफ से इसी तरह की पिच की मांग की गई थी। वैसे भी इस स्टेडियम को इसी तरह की पिच के लिए जाना जाता है। यहां पर स्पिन मिलने की संभावना न के बराबर है। तेज गेंदबाजों को अच्छा बाउंस और तेजी मिलेगी। घास के कारण सीम मिलेगी। यहां पर रिजल्ट जरूर निकलेगा। दक्षिण अफ्रीका की टीम में वर्नोन फिलेंडर, कैगिसो रबादा, मोर्नी मोर्केल जैसे तेज गेंदबाज तो पहले से ही थे। पिछले मैच में अपना पहला टेस्ट खेलने वाले लुंगी नगीदी ने भी अब भारत का सिरदर्द बढ़ा दिया है। लुंगी ने पिछले मैच में सात विकेट लिए थे।

रहाणे को मिल सकती है जगह 

दूसरा टेस्ट मैच 17 जनवरी को खत्म हो गया था। इसके बाद तीन दिन तक जहां कुछ खिलाडि़यों ने आराम किया या तो कुछ ने दक्षिण अफ्रीकी सफारी का आनंद लिया। रविवार को पूरी टीम वांडरर्स में अभ्यास करने आई। फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने विकेटकीपर पार्थिव पटेल, केएल राहुल और अजिंक्य रहाणे को एक साथ खड़ा करके मैच की तरह कैच का अभ्यास कराया। इसके बाद रोहित और ऋद्धिमान साहा की जगह आए विकेटकीपर दिनेश कार्तिक भी इनके साथ जुड़ गए।

नेट पर सबसे पहले ओपनर्स मुरली विजय, केएल राहुल और तीसरे क्रम में उतरने वाले चेतेश्वर पुजारा ने बल्लेबाजी का अभ्यास किया। इन्हें अलग-अलग नेट पर भुवनेश्वर कुमार, इशांत शर्मा, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन और भारत से विशेष तौर बुलाए गए युवा तेज गेंदबाज नवदीप सैनी व शार्दुल ठाकुर ने अभ्यास कराया। इस दौरान पुजारा ने एक लोकल स्पिनर पर दो छक्के भी लगाए। मुरली ने भी जडेजा की एक गेंद को स्टेडियम के पार पहुंचाया। इशांत की एक गेंद राहुल के पैर में लगी। इसके बाद उन्हें आइस पैक लगाना पड़ा।

हालांकि उनके खेलने को लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं है। इसके बाद कप्तान विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे और हार्दिक पांड्या ने नेट पर बल्लेबाजी की। अगर इस पैटर्न पर जाएं तो अगले टेस्ट में रहाणे को खिलाया जा सकता है। उनकी जगह रोहित शर्मा को पिछले दो मैचों में खिलाने पर विराट की काफी आलोचना हुई है। रहाणे ने बल्लेबाजी अभ्यास के अलावा स्लिप कैचिंग पर भी विशेष ध्यान दिया। फील्डिंग कोच श्रीधर के साथ उन्होंने कैच का काफी अभ्यास कराया। रहाणे के न रहने पर पिछले दो मैचों में स्लिप पर कई महत्वपूर्ण कैच छूटे हैं।

कप्तान और विराट ने दो बार किया अभ्यास 

भारतीय कप्तान पर इस समय कितना दबाव है इसका नजारा रविवार को देखने को मिला। उन्होंने अपनी बारी में तो अभ्यास किया ही, उसके बाद जब सब बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने अभ्यास कर लिया तब एक बार फिर बल्ला लेकर वह उतर आए। शुरुआत के दो सेट में टीम के मुख्य छह बल्लेबाजों ने अभ्यास किया। तीसरे सेट में नेट पर विकेटकीपर पार्थिव पटेल, शिखर धवन और रोहित शर्मा को बल्लेबाजी का अभ्यास कराया गया। ऋद्धिमान साहा की जगह टीम से जुड़े विकेटकीपर दिनेश कार्तिक ने भी बल्लेबाजी का अभ्यास किया। हालांकि उनके अगले टेस्ट में खेलने की संभावना काफी कम है।

इसके बाद एक नेट पर विराट तो दूसरे पर रहाणे डट गए। रहाणे को जहां थ्रो डाउन स्पेशलिस्ट रघु बल्लेबाजी का अभ्यास करा रहे थे तो विराट को सहायक कोच संजय बांगर और एक लोकल दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज ने दोबारा बल्लेबाजी का अभ्यास कराया। निश्चित तौर पर अगर भारतीय टीम को तीसरा टेस्ट जीतना है तो इन दोनों को ज्यादा से ज्यादा रन बनाने होंगे। आखिर में विराट भी चले गए लेकिन रहाणे रघु की जगह बांगर के साथ अभ्यास करते रहे। वह सबसे आखिर में गए।

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