रिटायर्ड व वर्तमान प्रधानाध्यापक ने शिक्षिका से की अभद्रता

पीड़िता ने मामले की शिकायत एसपी से की, गर्भस्थ शिशु की जोखिम में जान

ज्ञान के मंदिर का दर्जा प्राप्त किए सरकारी स्कूल अब केवल छात्र-छात्राओं को शिक्षित करने का ही केन्द्र नहीं बल्कि शिक्षक-शिक्षिकाओं के दंगल का मैदान बन चुके हैं। बीते दिनो प्रकाश में आए कई मामलो में जहां शिक्षकों ने एक-दूसरे के साथ विद्यालय में ही हाथापाई की तो वहीं कई प्रधानाध्यापक शिक्षिकाओं को अपना शिकार बना चुके हैं। ऐसा ही एक मामला जिले में सामने आया है जब रिटायर्ड व वर्तमान प्रधानाध्यापक ने मिलकर शिक्षिका से अभद्रता की और मना करने पर उसे पीटकर चले गए। शिक्षिका गर्भवती बताई गई है, अपने साथ हुई मारपीट की घटना में उसके गर्भस्थ शिशु को भी चोंटे पहुंचने की बात सामने आ रही है।

कोतवाली शहर के मोहल्ला कोयलबाग कालोनी निवासी शिक्षिका प्रिया पांडेय पत्नी शैलेश दीक्षित की ओर से पुलिस अधीक्षक को दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया गया कि वह विकास खंड शाहाबाद के ककरघटा के लड़ैती देवी आदर्श विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर 2011 से तैनात है। पीड़िता ने बताया कि 3 वर्ष पूर्व विद्यालय में प्रधानाध्यापक पद पर तैनात रहे मेवाराम पुत्र भगवती चरन वाजपेई अपने कार्यकाल में उसका शोषण कर परेशान करते रहे। यहां तक वह समय से विद्यालय पहुंचती इसके बावजूद तमाम प्रकार के कई इल्जाम लगाकर उसको मानसिक क्षति पहुंचाते। उसकी हाजिरी भी सही से नहीं लगाते। मेवाराम के रिटायर होने के बाद विद्यालय में पुरूषोत्तम वाजपेयी प्रधानाध्यापक बने। जिन्होने भी शिक्षिका से गलत इरादे रखते हुए पुराना बर्ताव शुरू कर दिया। शिक्षिका का तो यहां तक आरोप है कि जब वह छुट्टी के लिए प्रार्थना पत्र देती तो प्रधानाध्यापक उसे गालियां देते। शिक्षिका ने कई बार मामले की शिकायत अपने विभागाधिकारियों से की लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। पीड़िता के अनुसार बीती 20 तारीख को वह शहर के एक निजी नर्सिंग होम में स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेने गई जहां से लौटते वक्त उक्त दोनो आरोपियों ने उसे घेर लिया और उसके साथ अभद्रता की। इसके साथ ही जब शिक्षिका ने अपने साथ हरकत का विरोध किया तो दोनो ने उसकी पिटाई शुरू कर दी। हालांकि महिला के शोरगुल पर तमाम लोग एकत्र हो गए और दोनो आरोपी उसे छोड़कर फरार हो गए। पीड़िता ने मामले की शिकायत उसह दिन महिला थानाध्यक्ष से की लेकिन महिला पुलिस की ओर से कोई मदद न मिलने पर शनिवार को पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक को अपना दर्द सुनाया। एसपी की ओर से मामले की जांच व आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।

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