खुलासा: स्‍नेहालय में 18 लड़कियों को दिए जाते थे गर्भ निरोधक इंजेक्‍शन

मध्यप्रदेश के ग्वालियर में बिलौआ थानाक्षेत्र के अडूपुरा स्थित एनजीओ द्वारा संचालित आश्रय गृह ‘स्नेहालय’ में 18 लड़कियों को नियमित रूप से गर्भ निरोधक इंजेक्शन दिए जाने की बात सामने आई है। इंजेक्शन बकायदा संचालक डॉ. बीके शर्मा के आदेश पर दिए जाते थे।

25 लड़कियों की हुई मेडिकल जांच
महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने शनिवार को यहां से गर्भ निरोधक इंजेक्शन, सीरिंज भी जब्त की है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 25 लड़कियों की मेडिकल जांच की। इनमें से 2 लड़कियों का मामला संदिग्ध लगा है। इसलिए डॉक्टर ने उन्हें अन्य जांच के लिए मुरार प्रसूति गृह भेजने की अनुशंसा की है। ‘स्नेहालय’ में एक महिला से दुष्कर्म और उसका जबरन गर्भपात करवाने के बाद भ्रूण को जलाने का सनसनीखेज मामला सामने आने से भोपाल तक हड़कंप मच गया।

किचन में मिले इंजेक्‍शन
मामले में पुलिस ने संचालक डॉ.बीके शर्मा, पत्नी भावना शर्मा सहित 9 लोगों पर मामला दर्ज किया है। शनिवार को महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी सतीश जयंत काउंसलर गीतांजलि ग्रेवाल, सबा रहमान के साथ स्नेहालय पहुंचे। वहीं बाल सहायता प्रकोष्ठ के अशोक कुमार अरोरा, सब इंस्पेक्टर डिंपल मौर्य, सब इंस्पेक्टर अनिल शर्मा ने भी पहुंचकर जांच पड़ताल की। सीएमएचओ के निर्देश पर पहुंची डॉ. रीना सक्सेना, लैब टैक्नीशियन रंजीत एवं नर्स शशि राजावत ने 25 लड़कियों का मेडिकल परीक्षण किया। महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने जब बंद कमरों को खुलवाकर तलाशी ली तो तीसरी मंजिल पर बनी किचन में गर्भ निरोधक इंजेक्शन रखे मिले, इन्हें जब्त कर लिया गया है। टीम ने जब ‘स्नेहालय’ के कंपाउंडर राधेश्याम से बात की तो उसने बताया कि इंजेक्शन 18 लड़कियों को लगाए जाते हैं।

आरोपित ने महिला से दुष्कर्म की बात कबूली, अन्य के बारे में पूछने पर सिर झुका लिया 
मूक-बधिर महिला से दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपित चौकीदार साहब सिंह ने 19 मई 2018 को पीडि़ता को अकेला पाकर दुष्कर्म की बात कबूल कर ली है। जब उससे ‘स्नेहालय’ में अन्य लड़कियों और महिलाओं के साथ भी शोषषण करने का सवाल किया गया, तो उसने सिर झुका लिया। पुलिस को आशंका है कि उसने अन्य महिलाओं को भी शिकार बनाया होगा।

पुलिस ने शनिवार को साहब सिंह और केयरटेकर प्रभादेवी को गिरफ्तार किया था। प्रभा का कहना है कि संचालक साहब जो कहते थे वह उसे करना ही पड़ता था। दोनों को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। एक अन्य आरोपित डॉ. पुष्पा मिश्रा फरार हैं।

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