बेटी ने कोर्ट तक लड़ी जंग, तब मिला बोनस अंक

हौसले बुलंद हों तो पहाड़ जैसी मुसीबत भी हट जाती है। कुछ ऐसा ही हुआ राष्ट्रीय स्तर की बास्केटबॉल खिलाड़ी धनांजलि जंघेल के मामले में। साल 2017 में छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल से कक्षा 12वीं उत्तीर्ण करने वाली छात्रा व राष्ट्रीय खिलाड़ी धनांजलि ने कोर्ट तक जंग लड़ी, तब उसे अतिरिक्त विषय गणित में बोनस अंक मिला। दरअसल धनांजलि ने जीवविज्ञान संकाय के साथ-साथ अतिरिक्त विषय में गणित भी लिया था।हौसले बुलंद हों तो पहाड़ जैसी मुसीबत भी हट जाती है। कुछ ऐसा ही हुआ राष्ट्रीय स्तर की बास्केटबॉल खिलाड़ी धनांजलि जंघेल के मामले में। साल 2017 में छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल से कक्षा 12वीं उत्तीर्ण करने वाली छात्रा व राष्ट्रीय खिलाड़ी धनांजलि ने कोर्ट तक जंग लड़ी, तब उसे अतिरिक्त विषय गणित में बोनस अंक मिला। दरअसल धनांजलि ने जीवविज्ञान संकाय के साथ-साथ अतिरिक्त विषय में गणित भी लिया था।  ADVERTISING  inRead invented by Teads परिणाम आने के बाद पता चला कि धनांजलि गणित में सिर्फ दो अंक से अनुत्तीर्ण हो गई है, जबकि ओवरऑल धनांजलि को राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी होने के कारण 15 अंक बोनस अंक में मिले थे। छात्रा ने माशिमं के अध्यक्ष व सदस्यों से गुहार लगाई कि वे राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी हैं।  उनके बोनस अंक से दो अंक अतिरिक्त गणित में जोड़कर उन्हें उत्तीर्ण कर दिया जाय। इस बोनस अंक का क्या फायदा, जब वह एक विषय में अनुत्तीर्ण रह गईं? छात्रा के आवेदन को माशिमं के परीक्षाफल समिति में लाया गया। एक साल तक विचार मंथन चलता रहा। आखिरकार माशिमं ने नियमों का हवाला देकर उनके आवेदन को अमान्य कर दिया।  मजबूरी में गई कोर्ट  धनांजलि रायपुर के जयहिंद चौक कॉपा लोधीपारा की रहने वाली है। माशिमं के निर्णय पर उसने हार नहीं मानी। मां-बाप का नाम रोशन कर रही धनांजलि ने कोर्ट जाने की अनुमति ली। उच्च न्यायालय बिलासपुर माशिमं के परीक्षाफल समिति के निर्णय के खिलाफ याचिका दायर की। कोर्ट ने माना कि खिलाड़ी छात्रा को बोनस अंक सही मायने में अतिरिक्त गणित विषय में मिलना चाहिए।  कोर्ट ने कहा- नई अंकसूची जारी करे माशिमं  न्यायालय ने माशिमं को आदेश जारी किया कि धनांजलि के 15 अंक के बोनस अंक में से 02 अंक गणित में जोड़ा जाये। शेष 13 अंक सभी अंकों में समायोजित किया जाये। माशिमं के परीक्षाफल समिति के सदस्य संजय जोशी ने बताया कि माननीय न्यायालय के आदेश के बाद धनांजलि को अब नये सिरे से अंकसूची दी जाएगी। समिति ने इस निर्णय का स्वागत किया है। माशिमं के सचिव प्रो. वीके गोयल का कहना है कि अन्य खिलाड़ी छात्र-छात्राओं के मामले में भी इसे लागू करने के लिए माशिमं कमेटी बनाएगा।  बोनस अंक का है प्रावधान  माशिमं की दसवीं-बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले खिलाड़ियों को बोनस अंक मिलता है। इसके अलावा मावलंकर शूटिंग कैंप, थलसेना कैंप, वायुसेना, नौसेना कैंप में छात्रों को 15 अंक व डीकैट कैंपों तक पहुंचने पर 10 अंक ,खेलकूद में राज्य स्तर पर 10, राष्ट्रीय स्तर पर 15 और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 20 अंक, एनएसएस में आरडी परेड में 15 अंक ,स्काउट व गाइड में राज्यपाल स्तर पर 10 अंक, राष्ट्रपति स्तर पर 15 अंक मिलता है। इसी तरह साक्षर भारत कार्यक्रम अनुदेशक के तहत अनुदेशक जिन्होंने 10 असाक्षरों को बेसिक प्राइमरी व 10 असाक्षरों को क और ख श्रेणी से उत्तीर्ण कराया है, उन्हें भी बोनस के तौर पर 10 अंक मिलता है

परिणाम आने के बाद पता चला कि धनांजलि गणित में सिर्फ दो अंक से अनुत्तीर्ण हो गई है, जबकि ओवरऑल धनांजलि को राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी होने के कारण 15 अंक बोनस अंक में मिले थे। छात्रा ने माशिमं के अध्यक्ष व सदस्यों से गुहार लगाई कि वे राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी हैं।

उनके बोनस अंक से दो अंक अतिरिक्त गणित में जोड़कर उन्हें उत्तीर्ण कर दिया जाय। इस बोनस अंक का क्या फायदा, जब वह एक विषय में अनुत्तीर्ण रह गईं? छात्रा के आवेदन को माशिमं के परीक्षाफल समिति में लाया गया। एक साल तक विचार मंथन चलता रहा। आखिरकार माशिमं ने नियमों का हवाला देकर उनके आवेदन को अमान्य कर दिया।

मजबूरी में गई कोर्ट

धनांजलि रायपुर के जयहिंद चौक कॉपा लोधीपारा की रहने वाली है। माशिमं के निर्णय पर उसने हार नहीं मानी। मां-बाप का नाम रोशन कर रही धनांजलि ने कोर्ट जाने की अनुमति ली। उच्च न्यायालय बिलासपुर माशिमं के परीक्षाफल समिति के निर्णय के खिलाफ याचिका दायर की। कोर्ट ने माना कि खिलाड़ी छात्रा को बोनस अंक सही मायने में अतिरिक्त गणित विषय में मिलना चाहिए।

कोर्ट ने कहा- नई अंकसूची जारी करे माशिमं

न्यायालय ने माशिमं को आदेश जारी किया कि धनांजलि के 15 अंक के बोनस अंक में से 02 अंक गणित में जोड़ा जाये। शेष 13 अंक सभी अंकों में समायोजित किया जाये। माशिमं के परीक्षाफल समिति के सदस्य संजय जोशी ने बताया कि माननीय न्यायालय के आदेश के बाद धनांजलि को अब नये सिरे से अंकसूची दी जाएगी। समिति ने इस निर्णय का स्वागत किया है। माशिमं के सचिव प्रो. वीके गोयल का कहना है कि अन्य खिलाड़ी छात्र-छात्राओं के मामले में भी इसे लागू करने के लिए माशिमं कमेटी बनाएगा।

बोनस अंक का है प्रावधान

माशिमं की दसवीं-बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले खिलाड़ियों को बोनस अंक मिलता है। इसके अलावा मावलंकर शूटिंग कैंप, थलसेना कैंप, वायुसेना, नौसेना कैंप में छात्रों को 15 अंक व डीकैट कैंपों तक पहुंचने पर 10 अंक ,खेलकूद में राज्य स्तर पर 10, राष्ट्रीय स्तर पर 15 और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 20 अंक, एनएसएस में आरडी परेड में 15 अंक ,स्काउट व गाइड में राज्यपाल स्तर पर 10 अंक, राष्ट्रपति स्तर पर 15 अंक मिलता है। इसी तरह साक्षर भारत कार्यक्रम अनुदेशक के तहत अनुदेशक जिन्होंने 10 असाक्षरों को बेसिक प्राइमरी व 10 असाक्षरों को क और ख श्रेणी से उत्तीर्ण कराया है, उन्हें भी बोनस के तौर पर 10 अंक मिलता है

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