यौनशोषण मामले में घिरे बिशप फ्रैंको मुलक्कल को पोप फ्रांसिस ने पद से हटाया

नन यौनशोषण मामले में आरोपित रोमन कैथोलिक डायोसिस ऑफ जालंधर के बिशप फ्रैंको मुलक्कल को पोप फ्रांसिस ने पद से हटा दिया है। मामला सुर्खियों में आने के बाद उन्हें पद से हटाए जाने के लिए वेटिकन पर चौतरफा दबाव बन रहा था। केरल में ननों के अलावा महिला संगठन भी फ्रैंको मुलक्कल को बिशप पद से हटाए जाने की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए थे।यौनशोषण मामले में घिरे बिशप फ्रैंको मुलक्कल को पोप फ्रांसिस ने पद से हटाया

इससे पहले हाल में फ्रैंको मुलक्कल ने मामले की जांच पूरी होने तक खुद को बिशप पद से हटाने का अनुरोध किया था। केरल पुलिस की ओर से शुरू जांच में शामिल होने जाने से पहले फ्रैंको मुलक्कल ने डिप्टी बिशप को अपना कार्यभार सौंप दिया था। बता दें कि फ्रैंको मुलक्कल से केरल पुलिस की अपराध शाखा ने आठ घंटे तक पूछताछ की थी।

केरल पुलिस की एसआइटी ने गत दिवस भी कोच्ची में आरोपित फ्रैंको मुलक्कल से पूछताछ की। राज्य के पुलिस प्रमुख ने कहा कि फ्रैंको मुलक्कल की गिरफ्तारी के बारे में एक-दो दिनों में फैसला लिया जाएगा। पूछताछ के लिए विशेष जांच टीम (एसआइटी) के सामने मुल्लकल के पेश होने के बाद डीजीपी लोकनाथ बेहेरा ने कहा कि पूछताछ समाप्त होने के बाद जांच अधिकारी उनकी गिरफ्तारी के बारे में फैसला लेंगे।

बेहेरा ने तिरुअनंतपुरम में कहा, ‘उनकी जांच करने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। टीम जांच में जुटी है। हमें इंतजार करना चाहिए। पूछताछ के बाद आज या कल निश्चित रूप से फैसला लिया जाएगा।’ उन्होंने कहा कि जांच अधिकारी इस मुद्दे पर फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं।

क्या मुलक्कल को 25 सितंबर से पहले गिरफ्तार किया जा सकता है पूछने पर शीर्ष पुलिस अधिकारी ने जवाब दिया, ‘मैं समझता हूं कि कोई कानूनी अड़चन नहीं है। ऐसा कोई कानून नहीं है जो जमानत अर्जी लंबित रहने के दौरान गिरफ्तारी पर रोक लगाता है। हम कानूनी टीम के साथ चर्चा करेंगे।’ 25 सितंबर को केरल हाई कोर्ट में बिशप की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई होगी।

अब तक क्या-क्या हुआ

  • जुलाई में केरल में फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ एक नन ने 13 बार दुष्कर्म करने की शिकायत दी।
  • 10 सितंबर केरल पुलिस बिशप से पूछताछ करने जालंधर आई।
  • 13 सितंबर की रात फ्रैंको से करीब 9 घंटे पूछताछ की गई।
  • 14 सितंबर को 30 लोगों के बयान लेने के बाद केरल पुलिस लौटी।
  • 19 सितंबर को बिशप अपना पद अस्थाई रूप से छोड़कर जांच में शामिल होने केरल गए।
  • 20 सितंबर को पोप फ्रांसिस ने फ्रैंको मुलक्कल का पद हटाया।
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