बमियाल सेक्‍टर में छह आतंकी घुसने की सूचना से हड़कंप, उलझीं सुरक्षा एजेंसियां

पाकिस्तान सीमा से सटे पठानकोट के बमियाल सेक्टर में बुधवार शाम को छह आतंकियों के दिखने की सूचना ने एक बार फिर से सनसनी फैला दी। खुफिया एजेंसियों के हवाले से मिलींसूचनाओं के आधार पर कहा जा रहा है कि बमियाल सेक्टर में छह आतंकी भारत की सीमा में घुसने की फिराक में थे। आशंका जताई जा रही है कि शायद वह घुसपैठ कर भी चुके हों।पाकिस्तान सीमा से सटे पठानकोट के बमियाल सेक्टर में बुधवार शाम को छह आतंकियों के दिखने की सूचना ने एक बार फिर से सनसनी फैला दी। खुफिया एजेंसियों के हवाले से मिलींसूचनाओं के आधार पर कहा जा रहा है कि बमियाल सेक्टर में छह आतंकी भारत की सीमा में घुसने की फिराक में थे। आशंका जताई जा रही है कि शायद वह घुसपैठ कर भी चुके हों।   दूसरी तरफ डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने ऐसी सूचनाओं को अफवाह बताया है। पठानकोट के एसएसपी विवेकशील सोनी ने स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई बात नहीं है और ये सूचनाएं निराधार हैैं। कहीं किसी को नहीं देखा गया है।  जागरण ने खुफिया एजेंसियों से भी संपर्क किया तो अधिकारियों ने साफ किया कि ये सूचना गलत है। एहतियात के तौर पर सतर्कता बरती जा रही है। अगर घुसपैठ हुई होती तो कहीं न कहीं फुटप्रिंट जरूर मिलते।  अधिकारियों का कहना है कि पूरे क्षेत्र में चप्पे-चप्पे को जांचा गया है, परंतु जमीन पर कुछ नहीं मिला। सीमा पर आतंकी गतिविधियों पर सेना, बीएसएफ तथा इंटेलीजेंस ब्यूरो अपने-अपने स्तर पर पैनी निगाह रखती हैं और कोई सूचना होने पर यह सभी आपस में जानकारियां साझा कर लेते हैं।   गोशाला को भेंट की एक हजार ईटें यह भी पढ़ें बुधवार को आईं ऐसी सूचनाओं पर तीनों में से केवल एक ने आशंका जताई जबकि शेष दो ने इन सूचनाओं को ठुकरा दिया। कहा जा रहा है कि इस उठा-पटक पर बाद में स्थानीय पुलिस के साथ बैठक भी की गई परंतु आतंकी दिखने के तर्क पर सहमति नहीं बनी। वहीं पठानकोट के एसएसपी विवेकशील सोनी ने ऐसी किसी भी मीटिंग से इन्‍कार किया। उन्‍होंने आतंकियों के देखे जाने की सूचनाओं को निराधार बताया।  बता दें कि एयरफोर्स स्‍टेशन होने के कारण पठानकोट बेहद संवेदनशील माना जाता है। पाकिस्‍तानी याुफिया एजेंसी अाइएसअाइ और अातंकियों के निशाने पर पठानकोट एयरपोर्स स्‍टेशन रहा है। एयरफोर्स स्‍टेशन पर आतंकी हमला भी हो चुका है।

 दूसरी तरफ डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने ऐसी सूचनाओं को अफवाह बताया है। पठानकोट के एसएसपी विवेकशील सोनी ने स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई बात नहीं है और ये सूचनाएं निराधार हैैं। कहीं किसी को नहीं देखा गया है।

जागरण ने खुफिया एजेंसियों से भी संपर्क किया तो अधिकारियों ने साफ किया कि ये सूचना गलत है। एहतियात के तौर पर सतर्कता बरती जा रही है। अगर घुसपैठ हुई होती तो कहीं न कहीं फुटप्रिंट जरूर मिलते।

अधिकारियों का कहना है कि पूरे क्षेत्र में चप्पे-चप्पे को जांचा गया है, परंतु जमीन पर कुछ नहीं मिला। सीमा पर आतंकी गतिविधियों पर सेना, बीएसएफ तथा इंटेलीजेंस ब्यूरो अपने-अपने स्तर पर पैनी निगाह रखती हैं और कोई सूचना होने पर यह सभी आपस में जानकारियां साझा कर लेते हैं।

बुधवार को आईं ऐसी सूचनाओं पर तीनों में से केवल एक ने आशंका जताई जबकि शेष दो ने इन सूचनाओं को ठुकरा दिया। कहा जा रहा है कि इस उठा-पटक पर बाद में स्थानीय पुलिस के साथ बैठक भी की गई परंतु आतंकी दिखने के तर्क पर सहमति नहीं बनी। वहीं पठानकोट के एसएसपी विवेकशील सोनी ने ऐसी किसी भी मीटिंग से इन्‍कार किया। उन्‍होंने आतंकियों के देखे जाने की सूचनाओं को निराधार बताया।

बता दें कि एयरफोर्स स्‍टेशन होने के कारण पठानकोट बेहद संवेदनशील माना जाता है। पाकिस्‍तानी याुफिया एजेंसी अाइएसअाइ और अातंकियों के निशाने पर पठानकोट एयरपोर्स स्‍टेशन रहा है। एयरफोर्स स्‍टेशन पर आतंकी हमला भी हो चुका है।

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