गाजा में कत्ल-ए-आम, इजरायल ने ली 210 फलस्तीनियों की जान

इजरायल और फलस्तीन के बीच युद्द होना कोई नई बात है। दोनों देश आए दिन एक दूसरे पर गोलियां की बारिश करते रहते हैं। अब हाल ही में इजरायल ने गाजा से चार बंधकों को बचा लिया। लेकिन इजरायली सेना ने 210 लोगों की जान ले ली और हमले के दौरान 400 लोग घायल हो गए हैं। हमास के रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान ये बात सामने आई है।

कहां छुपाए थे बंधक?

रेस्क्यू ऑपरेशन और उसके साथ तेज हवाई हमला मध्य गाजा के अल-नुसीरत में हुआ, जो एक घनी आबादी वाला क्षेत्र है और अक्सर इजरायल और हमास के बीच संघर्ष का क्षेत्र बना रहता है। एक इजरायली सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हैगर ने कहा कि यह ऑपरेशन नुसीरात में एक आवासीय पड़ोस के मध्य में हुआ जहां हमास ने बंधकों को दो अलग-अलग अपार्टमेंट ब्लॉकों में रखा था। हमले के दौरान इजरायली सेना पर भीषण गोलीबारी हुई और उन्होंने आसमान से गोलीबारी करके जवाब दिया।

बिखरे पड़े थे शव

पुलिस के एक बयान में कहा गया कि ऑपरेशन के दौरान एक इजरायली बल कमांडर मारा गया। गजान के पैरामेडिक्स और निवासियों ने कहा कि हमले में कई लोग मारे गए। बाजार और मस्जिद के आसपास पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के क्षत-विक्षत शव बिखरे पड़े थे। इजरायल ने बचाए गए बंधकों का नाम नोआ अर्गामानी, 26, अल्मोग मीर जान, 22, एंड्री कोजलोव, 27 और श्लोमी जिव, 41 बताया है। इजरायली सेना ने कहा कि उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया गया और अब उनका स्वास्थ्य ठीक है। बता दें कि फलस्तीन संगठन हमास ने इन सभी का हमले के दौरान 7अक्टूबर में नोवा संगीत समारोह से अपहरण कर लिया गया था।

दर्जनों निर्दोष को मार गिराया

45 साल के नुसीरत के निवासी जियाद ने भी इस घटना को लेकर जानकारी दी है। उन्होंने एक मैसेजिंग ऐप के जरिए रॉयटर्स को बताया कि बमबारी एक स्थानीय बाजार और अल-अवदा मस्जिद पर केंद्रित थी। उन्होंने कहा, चार लोगों को छुड़ाने के लिए इजराइल ने दर्जनों निर्दोष नागरिकों को मार डाला। आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमों ने मृतकों और घायलों को पास के शहर दीर ​​अल-बलाह में अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन कई शव अभी भी सड़कों पर पड़े हुए थे।

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