
राजधानी लखनऊ के चंदरनगर गेट के पास फुटपाथ के किनारे लगी पटरी दुकान में शनिवार देर रात अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप लेकर करीब एक दर्जन पटरी दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना पर पहुंची दमकल की दो गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पा लिया। लेकिन तब तक काफी सामान जल चुका था। वहीं पटरी दुकानदारों ने स्थानीय दुकानदारों पर आग लगवाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। उधर, रविवार को सुबह निरीक्षण के लिए पहुंची महापौर संयुक्ता भाटिया के विरोध में नारेबाजी कर पटरी दुकानदारों ने उन्हें वापस लौटा दिया।

शनिवार देर रात करीब 1:30 बजे चंदरनगर गेट के पास लगी पटरी दुकानों से धुआं निकलने लगा। कुछ ही देर में आग की लपटें निकलने लगी। आग की लपटें देख हड़कंप मच गया। सूचना पर कुछ ही देर में पुलिस और दमकल की दो गाड़ियां मौके पर पहुंच गई। दमकलकर्मियों ने कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पा लिया। लेकिन तब तक करीब एक दर्जन दुकानें आग की चपेट में आ चुकी थी। इंस्पेक्टर आलमबाग का कहना है कि आग का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पटरी दुकानदार नेता सुजीत सोनकर ने आरोप लगाया कि स्थानीय व्यापारियों की शह पर आग लगाई गई है।
इनकी दुकानों में लगी आग
बच्चालाल, धर्मेंद्र, सुजीत, सज्जित, मो. इरफान, मधु, रेखा, रानी और सुनीता आदि की दुकान आग की चपेट में आई है। दुकानदारों के मुताबिक कपड़े, कॉस्मेटिक, चूड़ियां, गिफ्ट आइटम समेत करीब 35 लाख कीमत का सामान आग की चपेट में आकर बर्बाद हो गया।