अयोध्‍या में मस्जिद को शिफ्ट किया जा सकता है- राम मंदिर विवाद पर मौलाना नदवी

नई दिल्‍ली: अयोध्या विवाद को सुलझाने के लिए बुधवार से सुप्रीम कोर्ट में शुरू हुई सुनवाई के एक दिन बाद बेंगलुरु में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्‍यों से आध्‍यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर ने मुलाकात की. इस दौरान मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारी सदस्य मौलाना सैयद सलमान हुसैन नदवी ने कहा कि मस्जिद को शिफ्ट किया जा सकता है.

इस बैठक के दौरान मौलाना नदवी ने कहा कि हम जगह बदलकर शान से मस्जिद बनाएंगे. इसकी गुंजाइश है. हम लोग मिल-जुलकर रहेंगे और अपने मसले हल करेंगे. बैठक में इस बात पर सहमति जताई गई कि शांति से हल के लिए अयोध्‍या विवाद पर सहमति जरूरी है. इस बैठक में शिया और सुन्‍नी समुदाय के कई सदस्‍य भी मौजूद थे. इस मुद्दे पर अब अगली मीटिंग मार्च में अयोध्‍या में होगी. 

उल्‍लेखनीय है कि राजनीतिक रूप से संवेदनशील राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन मालिकाना विवाद मामले से जुड़ी कई याचिकाओं पर गुरुवार को सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सभी पक्षों को दस्‍तावेज तैयार करने के लिए दो हफ्ते का वक्‍त दिया और मामले की अगली सुनवाई 14 मार्च को तय की. 

चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्‍यक्षता वाली तीन सदस्‍यीय बेंच में पहले दस्‍तावेजों के बारे में चर्चा हुई. बेंच ने कहा कि पहले मुख्‍य पक्षकारों को ही सुना जाएगा. वहीं, चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने कहा कि इस मामले को सिर्फ भूमि विवाद की तरह ही देखा जाए. याचिकाकर्ता ने कहा कि यह 100 करोड़ हिंदूओं की भावओं का मामला है. इस पर चीफ जस्टिस ने कहा, ये भावनात्‍मक मुद्दा नहीं, भूमि विवाद है. मामले की सुनवाई से पहले सभी पक्षों ने कोर्ट में दस्‍तावेज सौंप दिए थे. इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने साफ किया कि राजनीतिक और भावनात्‍मक दलीलें नहीं सुनी जाएंगी. यूपी सरकार ने कहा था कि हमने 504 दस्‍तावेज जमा किए हैं. 

E-Paper