उत्तर कोरिया पर फिर सख्त अमेरिका, ‘जापान में अमेरिकी उप-राष्ट्रपति माइक ने खाई ये कसम’

जापान (एएफपी)। अमेरिका ने सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा है कि वह उत्तर कोरिया के साथ किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इसके साथ ही साथ यह भी चेतावनी दे डाली कि प्योंगयांग की धमकियों से निपटने के लिए उसके पास सारे विकल्प मेज पर मौजूद हैं। अमेरिकी उप राष्ट्रपति माइक पेंस टोक्यो स्थित योकोटा एयरबेस पर अमेरिकी और जापानी सेना को संबोधित कर रहे थे, इसी दौरान उन्होंने ये बातें कहीं।

‘दुश्मन, अमेरिकी सेना को कम ना आंकें’

इस दौरान पेंस ने प्योंगयांग को अपना परमाणु मिसाइल कार्यक्रम छोड़ने के लिए मजबूर करने का दवाब बनाए रखने की कसम भी खाई। बता दें कि, पेंस का ये एशियाई दौरा कोरियाई प्रायद्वीपों के बीच चल रहे तनावों के बीच आया है। माइक ने सख्त लहजे में अमेरिकी के द्वारा बनाए जा रहे दबावों का उल्लेख करते हुए कहा, वे जो हमें डराने का साहस रखते हैं उन्हें अमेरिकी सशस्त्र सेना की क्षमता को कम नहीं आंकना चाहिए। 

उत्तर कोरिया पर भी लगेंगे सख्त प्रतिबंध

योकोटा एयरबेस से आज ये घोषणा की जाती है कि पूरी दुनिया जाने कि हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। हमारे दुश्मन ये जान लें कि हमारे पास सारे विकल्प मेज पर मौजूद हैं और अमेरिकी सशस्त्र बल और जापान के स्वयं सुरक्षा बल अपने नागरिकों की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। पेंस ने कसम खाई कि, उत्तर कोरिया की तरफ से किसी भी तरह की उकसाहट चाहे वह परमाणु हथियार परीक्षण ही क्यों ना हो, उसका परिणाम काफी घातक साबित होगा। बुधवार को पेंस ने घोषणा की थी कि वाशिंगटन जल्द ही उत्तर कोरिया के तानाशाही शासन के खिलाफ सख्त प्रतिबंधों की घोषणा करने वाला है।

उत्तर कोरिया अपने मकसद में नहीं होगा कामयाब

उन्होंने यह भी कहा कि प्योंगयांग को अपने परमाणु हथियार कार्यक्रमों के द्वारा प्योंगचांग में चल रहे खेलों से दुनिया का ध्यान भटकाने नहीं दिया जाएगा। बताया जाता है कि सैनिकों को संबोधित करने के बाद, पेंस प्योंगचांग में शुरु होने जा रहे शीतकालीन ओलंपिक के शुक्रवार के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए दक्षिण कोरिया के लिए उड़ान भरेंगे। इस दौरान पेंस ने सीधे उत्तर कोरिया के अधिकारियों के साथ किसी भी तरह के बैठक से इनकार किया है। दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि किम जोंग उन का भी अमेरिकी उप राष्ट्रपति से मिलने में कोई रुचि नहीं दिखाई है।

E-Paper