करीना, मिनाक्षी …की बात किए बिना राष्ट्रीय बालिका दिवस अधूरा

  • नन्हीं उम्र में बालिकाओं ने शुरू की समुदाय की सेवा
  • लोगों को जागरूक कर वैक्सीन लगवाने को प्रेरित कर रही

आगरा, सोमवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। महत्वपूर्ण दिन पर बालिकाओं की बात हुई। लेकिन, यह दिवस करीना, प्रीति, रेखा, संध्या और मिनाक्षी जैसी लड़कियों की बात किए बिना अधूरा है। करीना ने झुग्गी झोपड़ी में रहते हुए लोगों को वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करने की मुहिम शुरू कर दी। पहले सडक़ों पर भिक्षावृत्ति करने वाली करीना ने ऐसा काम किया कि अब पूरे परिवार को उस पर गर्व है। वह लोगों को कोविड-19 से सावधान कर रही है। दूसरी लड़कियों और महिलाओं तक पहुंचकर उन्हें जीत का टीका लगवाने का संदेश दे रही है।

एसीएमओ डॉ.आर सी माथुर ने बताया कि टीकारथ द्वारा वैक्सीनेशन कराया जा रहा है । नरेश पारस के सौजन्य से झुग्गी बस्तियों में वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है इस अभियान को सफल बनाने हेतु झुग्गी- झोपड़ी और मलिन बस्तियों में रहने वाली बालिकाओं का अपने परिवारों और आसपास की झुग्गी झोपड़ियों को कोविड वैक्सीनेशन करने के लिए जागरूक करने का कार्य कर रही हैं इस कार्य हेतु नरेश पारस द्वारा इन बालिकाओं को कोविड वैक्सीनेशन के साथ-साथ कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करके कैसे सुरक्षित रह सकते हैं यह जानकारी सभी बालिकाओं को दे रहे हैं | वह लगातार टीकाकरण सहयोग दे रही हैं |

भिक्षावृत्ति छोड़ वैक्सीन के लिए जागरूक कर रही करीना
-पंचकुइयां जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के पीछे झुग्गी झोपड़ी में रहने वाली करीना पहले भिक्षावृत्ति करती थी। साफ-सफाई से उसे कोई मतलब नहीं था । चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट नरेश पारस की उस पर नजर पड़ी तो उसे मुक्त कराकर शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा । अब करीना समुदाय के लोगों को वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक कर रही है। करीना लोगों को बताती है कि साफ-सफाई रखने से सभी रोगों से बचाव होता है। बच्चों को नहाने और हाथ धोने के तरीके बता रही है। माहवारी से संबंधित स्वच्छता और महामारी के दौरान सेनेटरी पैड के इस्तेमाल के बारे में बताती हैं | आठवीं पास कर चुकी करीना पर उसकी मां दीक्षा को भी गर्व है। करीना पढ़ लिखकर शिक्षक या फैशन डिज़ाइनर बनना चाहती है।

प्रीति ने बताया कि ताजमहल के पीछे मारवाड़ी बस्ती में रहती हैं। उन्होंने कहा कि शुरुआत में उनके क्षेत्र में लोग वैक्सीन नहीं लगवा रहे थे । लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम के आने के बाद लोगों को समझाया गया। इसमें मैंने भी स्वास्थ्य विभाग की टीम का साथ दिया और लोग वैक्सीन लगवाने के लिए राजी हो गए।

मारवाड़ी बस्ती निवासी संध्या ने बताया कि जब स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके क्षेत्र में आई तो उन्होंने अपने परिवार को कोरोना से बचाव के लिए टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया और उन्होंने टीका लगवा लिया। आंगनबाड़ी कार्यकत्री लीला भी इनको साफ सफाई के तौर तरीके सिखाती हैं। बच्चों के टीकाकरण में भी मदद करती हैं।

रेखा ने बताया कि पहले हमारे क्षेत्र में लोग कोविड वैक्सीन लगवाने से डर रहे थे। लेकिन जब नरेश पारस और स्वास्थ्य विभाग की टीम यहां पर आई और लोगों को समझाया तो क्षेत्र के सभी लोगों ने अपना टीकाकरण करा लिया। नरेश पारस लंबे समय से बस्ती की लड़कियों के मार्गदर्शक बने हुए हैं। यह समय समय पर कक्षा लगाकर पढ़ाते भी हैं।

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