MP के धार में कुत्तों के झुंड ने तीन साल की मासूम को नोंचा, हुई मौत

धार जिले के ग्राम पाडल्या में 3 साल की मासूम बच्ची को कुत्तों के झुंड ने नोंच दिया है। बच्चीं को तड़पता हुआ देख उसकी मां रिश्तेदारों के साथ गांव से धार जिला अस्पताल बाइक पर लेकर पहुंची। प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत होने पर बच्चीं को आईसीयू में शिफ्ट किया गया है लेकिन बच्ची की आखिरकर मौत हो गई। घटना को गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ह्रदयविदारक बताया है और कुत्तों की नसबंदी की बात दोहराई है।

तीन सप्ताह पहले भोपाल में एक मासूम बच्ची को कुत्तों के झुंड ने हमलाकर बुरी तरह जख्मी कर दिया था। इस घटना को लेक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में आला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को कहा था कि भोपाल ही नहीं प्रदेश में कहीं भी ऐसी घटना नहीं होना चाहिए। मगर तीन सप्ताह बाद ही धार में कुत्तों के हमले में मासूम की मौत हो गई है। इस घटना को लेकर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि शहरों में तो कुत्तों की नसबंदी हो रही है, अब ग्रामीण क्षेत्रों में कुत्तों की नसबंदी की जाएगी। उन्होंने दस हजार की मदद दी है और जिला प्रशासन से आर्थिक सहायता के लिए भोपाल लिखने को कहा है।

धार के पाडल्या की घटना
दरअसल ग्राम पाडल्या में राजेंद्र और उसका  परिवार खेत पर ही बने घर पर ही रहता है। गुरुवार शाम करीब पांच बजे तीन साल की नंदनी, 7 साल का समीर और ढाई साल की समीक्षा एक साथ  खेत के पास  बने कच्चे रोड पर खेल रही थे लेकिन कुछ देर बाद यहां कुत्तों का एक झुंड आया और बच्ची नंदिनी पर हमला कर दिया। बच्ची पर हमला होता देख पास ही खेत में काम रही पड़ोसी काली बाई और विनोद भाभर  बच्ची को बचाने के लिए दौडे।

ढाई मिनट का संघर्ष
बच्ची को चिल्लाते देख खेत पड़ोंसी दौड़े तो सही लेकिन ढाई मिनट तक कुत्तों का झुंड बच्ची को नोचता रहा। इन चंद मिनटों में कुत्तों ने नंदनी को बूरी तरह से लहूलुहान कर दिया था। उसके सिर को फाड़ को दिया था। बच्ची को कुत्ते ही नोचते रहे, इसके बाद महिला व खेत पर काम कर रहे मजदूर ने बच्चीं को बचाने के लिए दौडे जिसके बाद कुत्तों को भगाकर मां अपनी मासूम बच्चीं को खून में लथपथ देखकर गोदी में उठाती हुई उसकी जिंदगी बचाने के लिए दौडी। इसके बाद विनोद की सूचना पर बच्चीं के पिता राजेंद्र घर पहुंचे। 7 किलोमीटर तक बाइक से सफर करने के बाद घायल नंदनी में धार लेकर आये । इधर अस्पताल में प्राथमिक उपचार देकर बचाने की कोशिश की गई, लेकिन बच्ची ने शुक्रवार को दम तोड़ दिया।

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