संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से काउंसिलिंग के साथ ही पाटेक्निक और फार्मेसी में प्रवेश प्रक्रिया हुई शुरू

संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से काउंसिलिंग के साथ ही पाटेक्निक और फार्मेसी में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई हैं। परिषद ने सभी निजी पालीेटेक्निक और फार्मेसी संस्थानों को निर्धारित फीस से अधिक फीस न लेने की हिदायत दी है। यही नहीं परिषद की ओर से शिकायत मिलने पर कार्रवाई के साथ ही मान्यता रद्द करने की चेतावनी भी दी गई है। मनमाने प्रवेश के सबसे ज्यादा मामले फार्मेसी में आते हैं। निर्धारित फीस से दो से तीन गुना पैसा लेकर प्रवेश लिया जाता है जिसे लेकर परिषद अभी से ही सचेत है। परिषद की ओर से मनमानी फीस लेेने या प्रवेश को लेकर कोई परेशानी होेने पर नंबर भी जारी किया गया है। कोई भी टोलफ्री नंबर-18001806589 के अलावा परिषद मुख्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम के नंबरों 0522-2630678 और 0522-2630667 पर शिकायत कर सकता है।

मैनेजमेंट कोटे को नहीं मिलेगी शुल्क प्रतिपूर्तिः फार्मेसी संस्थान या निजी पालीटेक्निक संस्थान यदि मैनेजमेंट कोटे के तहत सीधे प्रवेश लेते हैं तो ऐसे विद्यार्थियों को समाज कल्याण विभाग की ओर से मिलने वाली शुल्क प्रतिपूर्ति का लाभ नहीं मिलेगा। जिला समाज कल्याण अधिकारी डा.अमरनाथ यती ने बताया कि सरकार ने इस पर रोक लगा दी है। यही नहीं सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों को शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए प्रथम श्रेणी में पास होना जरूरी है। 60 फीसद से नीचे अंक वालों को इसका लाभ नहीं मिलेगा।

 

किसकी कितनी वार्षिक फीस 

  • राजकीय पालीटेक्निक       10,370 रुपये
  • अनुदानित पालीटेक्निक     19000 रुपये
  • निजी पालीटेक्निक            30,000 रुपये
  • निजी फार्मेसी संस्थान        45000 रुपये

कोई भी संस्थान निर्धारित फीस से अधिक फीस वसूलता है तो उसके विरुद्ध शिकायत आने पर उसकी मान्यता रद्द की जाएगी। विशेष सचिव प्राविधिक शिक्षा सुनील कुमार चौधरी की ओर से भी निर्देश दिए गए हैं। काउंसिलिंग शांति पूर्वक चल रही है। 26 तक काउंसिलिंग चलेगी।

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