कुछ ऐसे तय हुआ अविश्वास प्रस्ताव पर पार्टियों को मिलने वाला समय
लोकसभा में पेश अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के लिए हर पार्टी का समय तय कर दिया गया है. इसमें सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी को सबसे ज्यादा समय मिला है. वो इस बहस में तीन घंटे 33 मिनट के लिए अपने सांसदों को बहस के लिए खड़ा कर सकती है. आइए जानते हैं कि किस तरह ये हर पार्टी को समय दिया गया है.
समय तय करने का आधार
लोकसभा में कुल 545 सदस्य होते हैं. जिसमें 542 चुनकर आते हैं जबकि दो एंग्लो इंडियन सदस्यों को मनोनीत किया जाता है. फिलहाल लोकसभा में 535 सदस्य हैं और दस सीटें खाली हैं. लोकसभा अध्यक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के लिए कुल सात घंटे का समय तय किया है. बहस सुबह 11 बजे शुरू होगी और शाम छह बजे तक चलेगी. इस दौरान प्रश्नकाल और भोजनावकाश यानि लंच टाइम नहीं मिलेगा.चूंकि स्पीकर ने सात घंटे का समय तय किया है तो लोकसभा में सभी पार्टियों को इसी समय में बोलना होगा. सात घंटे का मतलब है कुल 420 मिनट. इसी समय में सभी पार्टियों को अपनी बात कहनी होगी.
समय तय करने का आधार किसी पार्टी के सांसदों की संख्या है. इसके लिए लोकसभा के कुल सांसदों का समय के अनुसार अनुपात निकाला जाता है.यानि अगर टोटल समय 420 है और फिलहाल लोकसभा में 535 सांसद हैं तो 420 को 535 से भाग दिया जाएगा, इससे प्रति सांसद बोलने के लिए तय समय निकल आएगा.
प्रमुख पार्टियों को मिला समय
इसी फार्मूले के अनुसार आइए देखते हैं किस पार्टी को कितना समय मिला है
बीजेपी तीन घंटे 33 मिनट (274 सांसद)
कांग्रेस 38 मिनट (48 सांसद)
शिव सेना 14 मिनट (18 सांसद)
टीडीपी 13 मिनट (16 सांसद)
बीजेडी 15 मिनट (19 सांसद)
अन्नाद्रमुक 29 मिनट (37 सांसद)
एनसीपी 06 मिनट (07 सांसद)
टीएमससी 27 मिनट (34 सांसद)
आज कब क्या होगा
– सुबह 11 बजे बहस शुरू होगी
– प्रश्नकाल और लंच नहीं होगा
– शाम छह बजे तक बहस चलेगी
– शाम छह बजे बहस खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री भाषण देंगे
– इसके बाद वेल पर सांसदों के सामने लगे बटन के जरिए वोटिंग होगी
ये ऐसे होगा
420/535 = 0.78
यानि हर सांसद को इस बहस में 0.78 मिनट मिलेगा. अब अगर इस संख्या को बीजेपी के 274 सांसदों के परिप्रेक्ष्य में देखेंगे तो उन्हें मिलने वाला समय इस तरह तय होगा
274 गुणा 0.78 = 213 मिनट, यानि तीन घंटे 33 मिनट. बीजेपी को इस बहस में तीन घंटे 33 मिनट दिए गए हैं.
कांग्रेस के 48 सांसद हैं इसलिए उसे 38 मिनट मिले हैं. वो उसे इसी तरह मिले हैं
48 गुणा 0.78 मिनट = 37.44 मिनट
वोटिंग की प्रक्रिया क्या होगी
– जैसे ही प्रधानमंत्री का भाषण खत्म होगा, वोटिंग संचालित करने वाले अधिकारी (लोकसभा के सचिव) सभी सदस्यों को बताएंगे कि उन्हें कैसे वोटिंग करना है. सभी सदस्यों की बैठने की जगह पर सामने की मेज पर बटन के जरिए वो वोटिंग करेंगे. इसमें दो विकल्प होंगे हां और नहीं के. यानि अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष पर जिन्हें वोट देना है वो हां यानि यस का बटन दबाएंगे और अगर किसी को इसके खिलाफ वोट करना होगा तो वो नहीं यानि नो का बटन दबाएंगे.
रिजल्ट कब और कैसे घोषित होगा
वोटिंग खत्म होते ही इलैक्ट्रानिक स्क्रीन पर तुरंत ये स्कोर आ जाएगा कि कितने लोगों ने पक्ष में वोट दिया और कितनों ने विपक्ष में.