आज पूर्वांचल में PM मोदी करेंगे सबका साथ और सबका विकास मुद्दे पर बात

वाराणसी। एक्सप्रेसवे से पूरा पूर्वांचल और बाणसागर परियोजना से क्षेत्र के लाखों किसानों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा महायज्ञ जैसा साबित होगा। एक ऐसा महायज्ञ जिसमें योद्धा अपने विपक्षियों को पराजित करने के लिए अभीष्ट वरदान लिया करते थे। मोदी 14 व 15 जुलाई को आ रहे हैं।

मोदी की यह यात्रा पूर्वांचल की जनता के बीच विकास की बड़ी लकीर खींच समूची जनता का साथ हासिल करेगी। आजमगढ़ में मोदी करोड़ों की सौगात देंगे। यहां की धरती पर मोदी का पहली बार आगमन होगा। तमसा के पावन तट पर स्थित आजमगढ़ अनेक ऋषि-मुनियों की पावन भूमि रही है। गंगा तथा घाघरा नदी के बीच में बसे इस जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को सफल बनाने के लिए भाजपा के नेता, कार्यकर्ता तथा पदाधिकारियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।

ऐसा होगा पीएम मोदी का आना जाना

पीएम मोदी के आने का कार्यक्रम प्रोटोकाल के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 1.45 बजे वाराणसी एयरपोर्ट पर लैंड करेंगे। उसके बाद हेलीकाप्टर से 2:20 बजे मंदुरी हेलीपैड पर पहुंचेंगे। 2:30 से 03.30 बजे तक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करने के साथ ही वहां जनसभा को संबोधित करने का भी कार्यक्रम है। पीएम नरेंद्र मोदी दोपहर लगभग 03.40 बजे ग्राम मंदुरी हेलीपैड से हेलीकाप्टर से वाराणसी प्रस्थान करेंगे।

चुनावी महायज्ञ में हर समिधा का उपयोग 

पूर्वांचल का महत्व समझते हुए पीएम मोदी 2019 के चुनावी महायज्ञ में हर समिधा का उपयोग करना चाहते हैं। वह विरोधियों को करारा जवाब देना चाह रहे हैं। शायद इसी लिए पूरे कार्यक्रम को इस तरह से बांधा गया है कि इन दो दिनों में ही जमीनी वास्तविकता का भी आकलन किया जा सके। दौरे के प्रथम दिन ही आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शिलान्यास करके जहां पूरे पूर्वांचल को साधने की कोशिश की जाएगी। उत्तर प्रदेश की राजनीति के पुरोधा और किसी जमाने में मौलाना करार दिए जाने वाले मुलायम सिंह यादव को उन्हीं के गढ़ में आईना दिखाने की तैयारी की गई है। आजमगढ़ की रैली में सियासी ताकत दिखाने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में प्रधानमंत्री सौगातों का पिटारा खोलेंगे। काशी में अपनी राजनीतिक धाक की मजबूती दिखाने के लिए एक विशाल रैली संबोधित करेंगे।

किसानों को बाणसागर की सौगात 

डीजल रेल इंजन कारखाना परिसर के गेस्ट हाउस में रात्रि प्रवास के बाद 15 जुलाई की सुबह मोदी संगठन के साथ बैठक करेंगे और मीरजापुर के लिए रवाना हो जाएंगे। 2019 के विजय अनुष्ठान महायज्ञ के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री लाखों किसानों को बाणसागर परियोजना की सौगात देंगे जिसके लिए छह दशक से इंतजार हो रहा था। प्रधानमंत्री बनारस में मेरी काशी पुस्तिका का विमोचन करेंगे। यह बतौर सांसद उनके संसदीय क्षेत्र में हुए विकास का रिपोर्ट कार्ड सरीखा दस्तावेज है। मोदी की यह पहल सभी सांसदों के लिए प्रेरणा और चुनौती भी होगी कि वे अपने संसदीय क्षेत्र में हुए विकास कार्यों का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत करें।

विकासकर्ता कंपनियों को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य आवंटित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शिलान्यास कराए जाने के एक दिन पहले राज्य सरकार ने परियोजना के निर्माण के लिए चिह्नित विकासकर्ता कंपनियों को काम आवंटित करने के बारे में शासनादेश जारी कर दिया है। शुक्रवार को जारी शासनादेश में एक्सप्रेसवे को आठ पैकेजों (हिस्सों) में बनाने के लिए चिह्नित कंपनियों को लेटर ऑफ अवार्ड जारी करने का निर्देश दिये गए हैं। शासनादेश के मुताबिक 340 किमी लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य 36 महीने यानि वर्ष 2021 तक पूरा होगा। एक्सप्रेसवे का निर्माण इंजीनियङ्क्षरग प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) पद्धति से किया जाएगा।

टेंडर प्रक्रिया के आधार पर एक्सप्रेसवे के पैकेज-1 और 2 के लिए गायत्री प्रोजेक्ट्स लिमिटेड, पैकेज-3 के लिए एप्को इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड, पैकेज-4 व 7 के लिए जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड, पैकेज-5 व 6 के लिए पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड और पैकेज-8 के लिए ओरियंटल स्ट्रक्चरल इंजीनियङ्क्षरग प्राइवेट लिमिटेड को चुना गया है। न्यूनतम वित्तीय निविदा के आधार पर एक्सप्रेसवे की कुल निर्माण लागत (जीएसटी रहित) 11216.1 करोड़ रुपये आंकी गई है। 

परियोजना में टोल प्लाजा का निर्माण, टोल प्लाजा के लिए कंप्यूटर, सर्वर, वीडियो कैमरा जैसे उपकरण लगाना, ऑटोमैटिक ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत इमर्जेंसी कॉल बॉक्स, वीडियो कैमरा, वाहनगति मापक यंत्र, सुसज्जित कंट्रोल रूम की स्थापना और एंटीग्लेयर स्क्रीन लगाने जैसे कार्य भी कराए जाएंगे।

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