
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर मदर टेरेसा द्वारा शुरू की गई मिशनरीज ऑफ चैरिटी को निशाना बनाने और उसकी छवि खराब करने का आरोप लगाया है. उत्तर प्रदेश के एक दंपति को बच्चा बेचने के आरोप में रांची में मिशनरीज द्वारा संचालित आश्रय स्थल निर्मल हृदय की एक महिला कर्मचारी और एक सिस्टर की गिरफ्तारी के बाद बनर्जी ने यह आरोप लगाया है. इस बच्चे को आश्रय स्थल में रहने वाली एक अल्पवय किशोरी ने जन्म दिया था.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने आज एक ट्वीट करते हुए भारतीय जनता पार्टी के ऊपर निशाना साधा. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, ‘मदर टेरेसा ने खुद मिशनरीज ऑफ चैरिटी की स्थापना की थी. और अब उनको भी नहीं बख्शा जा रहा. दुर्भावनापूर्ण तरीके से उनको बदनाम करने की कोशिश हो रही है. यह अत्यंत निंदनीय है.’ भाजपा के ऊपर अक्सर हमला करने के लिए जानी जाने वाली ममता बनर्जी ने कहा, ‘सिस्टरों को निशाना बनाया जा रहा है. भाजपा किसी को नहीं बख्शना चाहती. एमओसी (मिशनरीज ऑफ चैरिटी) को निर्धनतम लोगों के लिए उसका काम करने दिया जाए.’
बता दें कि झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड राज्य बाल संरक्षण आयोग को आश्रय स्थल के कर्मचारी द्वारा एक बच्चे के कथित सौदे के लिए जांच करने का आदेश दिया है. पुलिस ने कल झारखंड के सिमडेगा जिले से एक और बच्चे को बरामद किया जिसे रांची आश्रय स्थल से कथित तौर पर बेचा गया था. इस तरह बचाए गए कुल बच्चों की संख्या तीन हो गई है.
योगेन्द्र यादव परिजनों के यहां ईडी के छापे पर भी किया था वार
मिशनरीज ऑफ चैरिटी मामले से पहले ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के ऊपर स्वराज इंडिया के नेता योगेंद्र यादव के परिजनों के यहां ईडी के छापों को लेकर भी हमला किया था. ममता बनर्जी ने योगेन्द्र यादव की बहनों के स्वामित्व वाले रेवाड़ी स्थित एक अस्पताल पर छापेमारी की निंदा की थी. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा आम चुनाव से पहले विपक्ष की आवाज दबाने के लिए सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. ममता ने भाजपा पर ‘खुलेआम राजनीतिक प्रतिशोध’ लेने का भी आरोप लगाया. ममता ने आज दोपहर में ट्वीट किया, ‘2019 का चुनाव आ रहा है. भाजपा विपक्ष की आवाज दबाने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है और राजनीतिक प्रतिशोध ले रही है. योगेन्द्र यादव जी के परिवार पर आईटी छापेमारी की घोर निंदा करती हूं.’