कुंवर विजय प्रताप मामले पर पंजाब में तेज हुई हलचल, राज्‍यपाल से मिले कुंवर, सीएम ने बुलाई मीटिंग

चंडीगढ़, कोटकपूरा गोलीकांड के मामले में गठित विशेष जांच दल के प्रमुख सदस्‍य रहे आइपीएस कुंवर विजय प्रताप सिंह के मामले में पंजाब में हलचल तेज हो गई है। कुंवर विजय प्रताप आज राज्‍यपाल से मिलने पहुंचे। दूसरी ओर, पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के फैसले के बाद वर्तमान स्थिति पर विचार करने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उच्चस्तरीय मीटिंग बुलाई है। इस बैठक में पार्टी प्रधान सुनील जाखड़ सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, ग्रामीण विकास मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा और फरीदकोट के विधायक कुशलदीप सिंह ढिल्लों हिस्सा लेंगे।

बता दें, पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के फैसले के बाद न केवल विपक्ष बल्कि कांग्रेस पार्टी के अपने सीनियर नेता भी कैप्टन के खिलाफ बोलने लगे हैं। सांसद रवनीत सिंह बिट्टू, राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा ने इस मामले को लेकर कैप्टन पर हमला बोला है। इसके अलावा नवजोत सिंह सिद्धू भी अपनी सरकार के खिलाफ लगातार बोल रहे हैं। सिद्धू नेे शुक्रवार को पटियाला में प्रेस कॉन्फ्रेंस की।

याद रहे कि जुलाई 2015 में श्री गुरु ग्रंथ साहब की बेअदबी की घटना के बाद आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कोटकपूरा में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने बल प्रयोग किया गया था। लगभग इसी तरह का एक प्रदर्शन बहबल कलां में भी चल रहा था। जहां पुलिस के बल प्रयोग से दो लोगों की मौत हो गई थी।

विधानसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उभरा था और लोगों से वादा किया कि सत्ता में आने पर सरकार दोषियों को सलाखों के पीछे धकेलेगी। सत्ता में आने पर मुख्यमंत्री ने इन मामलों की जांच के लिए हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज रणजीत सिंह की अगुवाई में जांच आयोग गठित किया था। जिसकी रिपोर्ट के बाद स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम भी बनाई गई।

इस टीम ने जहां पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी समेत कई लोगों से पूछताछ की, वही इस टीम के प्रमुख कुंवर विजय प्रताप सिंह के खिलाफ कुछ पुलिस कर्मचारी हाई कोर्ट में भी चले गए, जहां पिछले हफ्ते एक फैसला देते हुए हाई कोर्ट ने इस जांच टीम की रिपोर्ट को न सिर्फ खारिज कर दिया बल्कि पंजाब सरकार को नई एसआइटी बनाने के भी आदेश दिए।

नई एसआइटी में कुंवर विजय प्रताप सिंह को नहीं रखने को कहा। जिससे खफा होकर कुंवर विजय प्रताप सिंह ने आइपीएस पद से इस्तीफा दे दिया। फिलहाल कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस्तीफा रद कर दिया है, परंतु कुंवर विजय प्रताप सिंह इस बात पर अड़े हुए हैं कि वह अपना इस्तीफा वापस नहीं लेंगे। इन सभी स्थितियों के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने आज एक उच्चस्तरीय मीटिंग बुलाई है।

दूसरी ओर कुंवर विजय प्रताप सिंह आज राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर से मिलने राजभवन पहुंचे। कुंवर ने कहा कि वह राज्यपाल से मिलने के लिए निजी रूप से आए हैं। कुंवर विजय प्रताप सिंह ने कहा है कि पिछले 3-4 दिन में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन्हें इस्तीफा वापस लेने को लेकर मनाने की कोशिश की लेकिन उन्‍होंने (कुंवर विजय प्रताप) ने अपना इस्‍तीफा वापस लेने से इन्‍कार कर दिया। अब मुख्यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह को भी उन्‍होंने मना लिया है।

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