राजभर ने दी योगी सरकार को चुनौती देते हुए मंत्रिमंडल से बाहर करने की कही बात

लखनऊ। भाजपा सरकार सहयोगी दलों से सामंजस्य बनाकर 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही है, लेकिन योगी सरकार में साझीदार सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने बुधवार को फिर बागी तेवर दिखाए। राजभर ने चुनौती दी है कि अगर हिम्मत हो तो उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर करके दिखाएं। 

भाजपा मुख्यालय से दस कदम दूर हजरतगंज के कैपिटल हाल में ओमप्रकाश राजभर ने कार्यकर्ता सम्मेलन में सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए राजभर ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अति पिछड़ों और अति दलितों के लिए आरक्षण में बंटवारे का वादा किया था। अगर छह माह में यह वादा पूरा नहीं हुआ तो गठबंधन में शामिल रहने पर विचार करेंगे। राजभर ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वह अपने दम से सरकार में शामिल हैं और अपने दम पर चुनाव जीते। भाजपा ने उनके बेटे और राष्ट्रीय प्रवक्ता को तो विधानसभा चुनाव में हराने का काम किया। राजभर ने दावा किया कि डेढ़ सौ सीटों पर उनकी पार्टी की वजह से भाजपा को जीत मिली। कहा, भाजपा को तो गठबंधन धर्म हमसे सीखना चाहिए। 

 ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि उन्होंने सभी 80 सीटों पर चुनावी तैयारी शुरू कर दी है और उनके कार्यकर्ता सक्रिय हो गए हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय के संसदीय क्षेत्र चंदौली में उन्होंने सुनील पटेल को पार्टी का प्रभारी घोषित करते हुए दबाव बनाने का नया दांव खेला है। प्रेमचंद प्रजापति को हमीरपुर संसदीय क्षेत्र का प्रभारी घोषित किया है।

राजभर ने पत्रकारों से कहा कि 15 माह से वह एक अदद पार्टी कार्यालय की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार सुन नहीं रही है। अपने पैतृक गांव में 250 मीटर सड़क न बन पाने का भी गुस्सा उन्होंने जाहिर किया। इस सड़क को बनाने के लिए राजभर ने खुद फावड़ा उठा लिया था। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी कहते हैं कि देश भर में गुजरात मॉडल लागू होगा लेकिन, उप्र में अगर गुजरात का कोई मॉडल लागू होगा तो वह शराब बंदी होगी। 

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