एशिया के इन देशो ने फुटबॉल में बिखेरा अपना जलवा, अब भारत की बारी
फीफा विश्व कप का जिक्र होते ही हर भारतीय की मन में यह सवाल जरूर आता है कि आखिर कब भारत की फुटबॉल टीम फीफा वर्ल्ड कप खेलेगी? वहीं खेल विशेषज्ञों की मानें तो बहुत जल्द एशिया के बाकी देश भी फीफा की सरजमीं पर बड़ी टीमों को चुनौतियां देते नजर आएंगे।
फीफा विश्व कप के राउंड ऑफ 16 में जापान भले ही बेल्जियम के हाथों 3-2 से हारकर बाहर हो गई है। लेकिन इस टीम ने फुटबॉल के क्षेत्र में एशियाई टीमों के लिए एक नई आस पैदा की है। राउंड ऑफ 16 के इस अहम मुकाबले में एक बार तो जापान ने दुनिया की तीसरे पायदान वाली बेल्जियम को भी झटका दे दिया था। इस मैच के पहले हाफ में एक वक्त ऐसा भी था जब जापान दो गोल दाग चुका था और बेल्जियम का खाता भी नहीं खुला था।
फीफा विश्व कप में सभी एशियाई टीमों का प्रदर्शन बताता है कि यहां के खिलाड़ी भी ब्राजील, पुर्तगाल या अर्जेंटीना के खिलाडियों से कुछ कम नहीं हैं। भला उस ऐतिहासिक जीत को फैंस कैसे भुला सकते हैं जब दक्षिण कोरिया ने जर्मनी को 2-0 से रौंदा था।
इसके अलावा ईरान ने क्रिस्टियानो रोनाल्डो के नेतृत्व वाली पुर्तगाल के साथ 1-1 से ड्रॉ खेला था। बड़ी से बड़ी टीम का पुर्तगाल के सामने टिक पाना मुश्किल है, लेकिन ईरान ने उनके खिलाफ परिणाम ही बदलकर रख दिया था। इसके अलावा सऊदी अरब ने मोहम्मद सलाह जैसे कई स्टार खिलाड़ियों से भरी टीम मिस्र को 2-1 से धूल चटाई थी।
इन सभी परिणामों को देखने के बाद और तेजी से उभरती भारतीय फुटबॉल टीम के आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि बहुत जल्द फीफा विश्व कप में भारतीय ध्वज भी लहराएगा और सुनील छेत्री जैसे जांबाज खिलाड़ियों से भरी भारतीय फुटबॉल टीम अपनी ताकत और जज्बे का लोहा पूरी दुनिया में मनवाएगी।